बिहार: डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टी 5 अप्रैल तक रद्द, कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने लिया फैसला
Bihar COVID-19 Vaccination: अस्पताल में पर्याप्त संख्या में डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की मौजूदगी सुनिश्चित करने के लिए विभाग ने सभी की छुट्टी रद्द करने का फैसला लिया है.
पटना: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच बिहार स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा फैसला लिया है. विभाग ने संक्रमण के रोकथाम साथ ही संक्रमित व्यक्ति के समुचित इलाज के लिए राज्य के सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी है. अस्पताल में पर्याप्त संख्या में डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की मौजूदगी सुनिश्चित करने के लिए विभाग ने ये फैसला लिया है. इस संबंध में विभाग ने बुधवार को नोटिस जारी कर दिया है.
विभाग की ओर से जारी नोटिस में कही गयी ये बात
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि कोरोना वायरस से उत्पन्न द्वितीय चरण के संक्रमण के रोकथाम और इसके निरोधात्मक उपाय के लिए विशेष चौकसी और अनुश्रवण की आवश्यकता को देखते राज्य के सभी चिकित्सा पदाधिकारियों, संविदा नियोजित सहित (चिकित्सा पदाधिकारी से लेकर निदेशक प्रमुख सहित अन्य सभी डॉक्टर) और राज्य के सभी स्वास्थ्य कर्मियों के सभी प्रकार के छुट्टियों को 5 अप्रैल तक रद्द किया जाता है. वहीं, वर्तमान में जो चिकित्सा पदाधिकारी/ स्वास्थ्य कर्मी अवकाश पर है, उन्हें अविलंब अपने कर्तव्य पर योगदान करने का निर्देश दिया जाता है.
सीएम नीतीश ने कही थी ये बात
गौरतलब है कि बुधवार को पीएम मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ बैठक की थी. बैठक में कोरोना संक्रमण के मौजूदा स्थिति के बारे में चर्चा की गई. बैठक के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पत्रकारों से मुखातिब हुए थे. सीएम नीतीश ने कहा था कि फिलहाल जो लोग बाहर से आ रहे हैं, उनपर ध्यान देना जरूरी है. अभी जो लोग आए हैं, उनमें से कई संक्रमित पाए गए हैं. ऐसे में हम एक-दो दिन में जिला स्तर पर बैठक करने वाले हैं और आज भी बातचीत हुई है कि क्या-क्या करना है. टेस्ट की संख्या बीच में कम कर दी गयी थी, लेकिन अब उसे बढ़ाने का निर्देश दिया गया है. रोजाना 70 हजार जांच करने का टारगेट है.
मुख्यमंत्री ने कहा था, " अधिकतर जांच आरटीपीसीआर से ही हो, उसके लिए भी बात हो गई है और इंतजाम किया जा रहा है. सभी काम तेजी से हो रहे हैं. साथ ही सभी लोगों को प्रेरित भी किया जा रहा है. भले ही आज हमारे राज्य में स्थिति वैसी नहीं है, जो कई राज्यों में है. लेकिन हमें भी सचेत रहना है."
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