आरा: देश भर में कृषि कानून के विरोध में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. कृषि कानून के विरोध में किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का एलान किया है. इधर, बिहार में शनिवार को किसानों के समर्थन में उतरे भाकपा माले ने राज्यव्यापी चक्का जाम किया. चक्का का बिहार के अन्य जिलों समेत आरा में भी असर देखने को मिला. जहां, तरारी विधानसभा के माले विधायक सुदामा प्रसाद के नेतृत्व में अखिल भारतीय किसान महासभा और भाकपा माले के सभी कार्यकर्ताओं द्वारा आरा-पटना मुख्य मार्ग को बस स्टैंड के समीप सुबह से ही जाम कर दिया गया.
इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की. इधर, जाम के कारण गाड़ियों की लंबी कतार लग गई, जिससे लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानून 2020 और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान के सरकारी खरीद की गारंटी देने और प्रस्तावित बिजली बिल 2020 को वापस लेने की मांग को लेकर भाकपा-माले के कार्यकर्ताओं ने राज्यव्यापी चक्का जाम किया था.
इस दौरान भाकपा माले के तरारी विधायक सुदामा प्रसाद ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने पहले से ही इस देश की तमाम सावर्जनिक कल-करखाने, रेलवे, हवाई जहाज, खदान एवं बैंक को अडानी और अंबानी के हवाले कर दिया है. सिर्फ एक खेती ही बची थी किसानों पर हाथ में जो अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है. उन्होंने उसे भी कॉर्पोरेट घरानों के हाथ में सौंपने के लिए तीन कृषि कानून बनाया है, जिसमें सरकार अब समर्थन मूल्य नहीं देगी, ना ही सरकारी रेट पर अनाज की खरीदारी होगी. किसानों से कॉरपोरेट घराने भी खेती कराएंगे.