CPIML Attacks On CM Nitish Kumar: पिछले दिनों हुई नीति आयोग की बैठक के बाद देश की राजनीतिक सरगर्मी तेज है. इंडिया ब्लॉक के एक घटक दल सीपीआई (एमएल) ने दावा किया है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्र के जरिए बिहार को विशेष श्रेणी का दर्जा देने से इनकार करने पर शर्मिंदगी के कारण नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं हुए. पार्टी ने विशेष पैकेज पर लोगों को गुमराह करने के लिए एनडीए के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना भी की और अगले महीने विरोध मार्च निकालने की घोषणा की है.
महबूब आलम ने सीएम पर साधा निशाना
शनिवार को दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की बैठक में जेडीयू नेता पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार कुमार की अनुपस्थिति पर चुप थे. दरअसल सीएम नीतीश ने पड़ोसी राज्य झारखंड में विधानसभा चुनावों की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए शनिवार को ही पटना में पार्टी की बैठक बुलाई थी. इस कारण वो नहीं जा सके, लेकिन बिहार विधानसभा में सीपीआई (एमएल) के नेता महबूब आलम ने कहा कि सीएम केंद्र के जरिए बिहार को विशेष श्रेणी का दर्जा देने से इनकार करने पर शर्मिंदगी के कारण बैठक में शामिल नहीं हुए.
उन्होंने पीटीआई से कहा कि सीएम को इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होना चाहिए था. उन्होंने एक बार फिर बिहार के लिए विशेष श्रेणी का दर्जा मांगने और राज्य के संशोधित आरक्षण कानूनों को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने का अवसर खो दिया है. नौवीं अनुसूची में केंद्रीय और राज्य कानूनों की एक सूची शामिल है, जिन्हें अदालत में चुनौती नहीं दी जा सकती.
सीपीआई के नेता अजीत कुमार ने क्या कहा?
सीपीआई (एमएल) के एक अन्य विधायक अजीत कुमार सिंह ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त किए हैं. अजीत कुमार सिंह ने सिंह ने कहा कि नीति आयोग की बैठक में शामिल न होने का सीएम का फैसला दिखाता है कि उन्हें बिहार के लोगों के कल्याण की कोई चिंता नहीं है.
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