Bihar Crime: शराब तस्करों को पकड़ने गई पुलिस पर हमला, ग्रामीणों ने रोड़ेबाजी कर खदेड़ा
हमले दौरान पुलिस की गाड़ी गांव में ही छूट गई, जिसे एसएसबी ने अपने कब्जे में लेकर जितना थाने के हवाले कर दिया. रोड़ेबाजी की इस घटना में दो पुलिस जवानों के घायल होने की सूचना है. हालांकि, फिलहाल दोनों खतरे से बाहर हैं.
मोतिहारी: बिहार के पूर्वी चंपारण में बुधवार को छापेमारी करने गई पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया. शराब तस्करों को पकड़ने गई पुलिस को हाथ में लाठी डंडा लिए ग्रामीणों ने रोड़ेबाजी करते हुए खदेड़ दिया. घटना जिले के जितना थाना क्षेत्र के जोलगावा पंचायत के भारत-नेपाल सीमा स्थित बरैला गांव की है. मिली जानकारी अनुसार जितना थाना की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि नेपाल से अवैध शराब की बड़ी खेप भारत के बिहार लाई गई है.
जवानों ने भागकर बचाई जान
शराब तस्करी की सूचना पाकर पुलिस छापेमारी करने के लिए बरैला गांव पहुंची. लेकिन पुलिस को देखते ही शराब तस्करों को संरक्षण देने वाले ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया. इस दौरान ताज्जुब की बात ये रही कि पुलिस पर हमला की सूचना पाकर भी एसएसबी बीच बचाव के लिए मौके पर नहीं पहुंची. ऐसे में पुलिस वालों को भागकर किसी तरह जान बचानी पड़ी. इधर, मौके का फायदा उठाकर शराब तस्कर भी फरार हो गए.
दो जवानों के घायल होने की है सूचना
इस दौरान पुलिस की गाड़ी भी गांव में ही छूट गई, जिसे एसएसबी ने अपने कब्जे में लेकर जितना थाने के हवाले कर दिया. रोड़ेबाजी की इस घटना में दो पुलिस जवानों के घायल होने की सूचना है. हालांकि, फिलहाल दोनों खतरे से बाहर हैं. घटना बुधवार की सुबह करीब 9.30 बजे की है. इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी.
मालूम हो कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है. राज्य में शराब पीना, पिलाना और बेचना अपराध है. इसके बावजूद शराब तस्कर मानने को तैयार नहीं हैं. खासकर बॉर्डर इलाकों में आएदिन शराब तस्करी का मामला सामने आता है.
यह भी पढ़ें -
बिहार में BJP और JDU आमने-सामने, कुशवाहा ने संजय जायसवाल से की शिकायत, जानें- पूरा मामला
टूट के कयासों पर मांझी ने लगाया 'फुलस्टॉप', कहा- NDA में ही रहते हुए आवाज उठाते रहेंगे