आरा: भोजपुर के शाहपुर नगर पंचायत के पूर्व मुख्य पार्षद वशिष्ठ प्रसाद उर्फ मंटू सोनार की पूर्व की दुश्मनी में हत्या की गई थी. इसके लिए जेल में बंद अपराधियों ने छह लाख की सुपारी दी थी. इसमें तीन लाख रुपए लेकर शूटर ने पूर्व चेयरमैन को गोलियां दाग दी थी. शूटर की गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद सोमवार को इसका खुलासा हुआ है. गिरफ्तार शूटर गड़हनी थाना क्षेत्र के अकौना गांव निवासी जनार्दन यादव का पुत्र मनीष कुमार उर्फ तिवारी यादव है. उसे रविवार को पीरो थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है. 


जेल में रची साजिश


आरोपी के पास से हत्या में इस्तेमाल पिस्टल, गोली, मोबाइल और करीब दो किलो गांजा बरामद किया गया है. गिरफ्तार शूटर पूर्व से भी हत्या और हत्या के प्रयास के मामले में वांछित था. उसके खिलाफ पूर्व से नारायणपुर थाना में दोनों मामले दर्ज हैं. एसपी संजय कुमार सिंह ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि हत्या की तफ्तीश में गोली मारने वाले की पहचान गड़हनी थाने के एकौना निवासी मनीष कुमार उर्फ तिवारी यादव के रूप में की गई थी. इसके बाद पीरो एसडीपीओ राहुल सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही थी. इस क्रम में रविवार को पीरो थाना क्षेत्र से उसको गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में उसने तीन लाख की सुपारी लेने की बात स्वीकार की है. उसकी निशानदेही पर हत्या के समय उसकी बाइक चलाने वाले की धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है.


पुरानी रंजिश में रची गई थी हत्या की साजिश


दरअसल, 28 नवंबर को भोजपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र के शाहपुर बाजार के पास नि वर्तमान मुख्य पार्षद जुगनू देवी के पति सह वार्ड पार्षद मंटू सोनार की हत्या कर दी थी. पुलिस ने मामले का खुलासा किया है. मामला का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था. मंटू की हत्या पुरानी रंजिश में की गई थी. नगर पंचायत चुनाव का विवाद भी उनकी हत्या का कारण बना है. उसके लिए जेल से साजिश रची गई थी और सुपारी दी गई थी. एसपी ने बताया कि पूर्व चेयरमैन की पहले से कुछ लोगों से पूर्व से विवाद था. चुनाव संबंधी विवाद भी सामने आ रहा है. उसे लेकर भी वैमनस्यता थी. इसमें कुछ आरोपी जेल में बंद हैं. उनमें चार आरोपियों की इस हत्या मामले में भूमिका सामने आई है. उन लोगों के इशारे पर घटना को अंजाम दिया गया था. इसे लेकर जेल में छापेमारी की गई थी और चोरों से पूछताछ हुई थी. बता दें कि पूर्व के विवाद में गत सितंबर माह में भी पूर्व चेयरमैन को गोली मारी गयी थी. उसमें कुछ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.


छह लाख की सुपारी


भोजपुर एसपी संजय कुमार ने बताया कि मंटू सोनार की हत्या के पीछे पूर्व से चली आ रही चुनावी विवाद और वर्तमान में हो रहे नगर निकाय चुनाव से संबंधित है. पूर्व के विवाद के बाद आरा मंडल कारा में बंद अपराधियों ने कई महीने पहले की हत्या का षड्यंत्र रच लिया था. हत्या के लिए शूटर को छह लाख की सुपारी दी गई थी, जिसमें गिरफ्तार अपराधी को पहले तीन लाख रुपए दे दिए गए थे. आठ सितंबर 2022 को शाहपुर बाजार के समीप हथियारबंद अपराधियों द्वारा पूर्व मुख्य वार्ड पार्षद सह निवर्तमान चेयरमैन पति को गोली मारी गई थी. उन्हें काफी करीब से दो गोली मारी गई थी जिसमें एक बोली बाएं हाथ में एवं दूसरी गोली गले के पास लगी थी.
 
हमले के बाद उन्होंने शाहपुर नगर पंचायत के पूर्व मुख्य पार्षद बबीता देवी के पति कृष्ण कुमार, अर्जुन धानुक, शनि कुमार, विद्यासागर गुप्ता, जेल में बंद ऋषभ कुमार, गुलशन कुमार, संजय कुमार गुप्ता, अजय गुप्ता, निक्की सिंह,दीपक धानुक, आशा देवी, बिनोद धानुक तथा किरण देवी को नामजद किया था. नामजद आरोपियों में से दीपक धानुक, बिनोद धानुक तथा ऋषभ सोनार फिलहाल आरा मंडल कारागार में बंद है. दर्ज प्राथमिकी के अनुसार जेल में बंद आरोपियों ने हत्या का साजिश जेल में रची. अपराधी के पास ऑटोमेटिक पिस्टल था, जो एक बार में लगातार आठ से नौ राउंड गोली चलती है.
 
हथियार, गांजा बरामदगी में आर्म्स व एनडीपीएस के तहत केस


पूर्व  चेयरमैन  की हत्या में गिरफ्तार शूटर इकौना गांव निवासी तिवारी यादव उर्फ मनीष कुमार का पहले से आपराधिक इतिहास रहा है. पुलिस के अनुसार इसी साल जून माह में चवरिया गांव के समीप दो दोस्तों को गोली मार दी गई थी. उसमें एक की मौत हो गई थी जबकि दूसरा जख्मी हो गया था. उसी तरह इसी साल अगस्त में नारायणपुर बाजार में भी एक युवक को गोली मार दी गई थी. दोनों मामलों में उसका नाम सामने आया था और फरार चल रहा था. इधर, गिरफ्तार के समय मनीष कुमार के पास से हथियार, गोली और गांजा की बरामदगी के बाद पीरो थाने में उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.


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