रोहतास: बिहार के रोहतास जिले में मंगलवार को दिनदहाड़े अपराधियों ने ठेकेदार की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना जिले के बिक्रमगंज के डिहरी रोड स्थित रेलवे स्टेशन के पास की है, जहां दोपहर डेढ़ बजे धारुपुर निवासी ठीकेदार धीरज सिंह की हत्या कर दी गई. हत्यारे ने जिस तरह धीरज की हत्या की उससे प्रतीत होता है कि हत्यारा मृतक का काफी करीबी था. मृतक को सिर, मुंह और छाती पर कुल चार गोली मारी गई है. यह घटना तब हुई जब भभुआ-पटना इंटरसिटी स्टेशन पर खड़ी थी. शायद इसलिए किसी को गोली चलने की आवाज सुनाई नहीं पड़ी.
जिंदा कारतूस किया बरामद
स्टेशन प्रबंधक अजय कुमार ने बताया कि मंगलवार को भभुआ से पटना जाने वाली इंटरसिटी 1:22 बजे स्टेशन पर आई और 1:24 में चली गई. घटनास्थल गाड़ी के इंजन से 200 मीटर दूर पश्चिम दिशा में रेलवे के निर्माणाधीन पॉवर सब स्टेशन की चहारदीवारी से पीछे ही है, जहां लोग केवल शौच के लिए जाते हैं. इधर, घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस को तीन नाइन एमएम गोली के खाली खोखे, दो नाइन एमएम के जिंदा कारतूस व एक 315 गोली का खोखा बरामद किया है.
हत्या का कोई सुराग ना मिले, इसलिए हत्यारे मृतक का मोबाइल भी साथ ही लेकर भाग गए हैं. परिचितों ने बताया कि उनका व्हाट्सएप नम्बर 12:47 तक अपडेट है. उसके बाद का कोई अपडेट नहीं है, ना ही मोबाइल ऑन हुआ है. इधर, दिनदहाड़े हत्या की घटना से नाराज धारुपुर के लोगों ने रेलवे गुमटी को जाम कर दिया, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया.
अधिकारियों के आश्वासन के बाद माने लोग
हालांकि, काफी जद्दोजहद के बाद शाम 6 बजे डीएसपी शशिभूषण सिंह ने अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करने का वादा कर बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और जाम हटाया. इधर, बीडीओ अजय कुमार ने कहा कि प्रावधानों के अनुसार मृतक के परिजनों को मुआवजे का भुगतान कर दिया जायेगा.
मिली जानकारी अनुसार धारुपुर निवासी मुरारी प्रसाद सिंह के बेटे धीरज सिंह पेटी कॉन्ट्रेक्टर का काम कर परिवार का पालन करते थे. मंगलवार को भी रोज की तरह वह घर से किसी को बिना बताये निकले थे. उन्हें दो बजे अपने दोनों बच्चों को स्कूल से लेकर वापस घर लौटना था. लेकिन इससे पहले ही उनकी हत्या कर दी गई. हत्या किन कारणों से हुई और किसने उन्हें फोन कर बुलाया था, उसका राज तभी खुलेगा जब पुलिस उनके मोबाइल को ट्रेस करेगी.
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