नवादा: जिले के गोला रोड में एक व्यवसायी की हत्या (Nawada Crime) कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. शनिवार को पकरीबरावां के एसडीपीओ महेश चौधरी ने धान व्यवसायी हत्याकांड मामले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी. हत्या में शामिल तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि व्यवसायी की हत्या की साजिश उसके ही वाहन चालक ने पैसों के लालच में अपने दो दोस्तों के साथ रची थी. इसके बाद घटना को अंजाम दिया था.


लूट की नीयत से हुई थी हत्या


एसडीपीओ महेश चौधरी ने बताया कि सुबोध आर्य धान खरीदने के लिए अक्सर एक ही ड्राइवर को साथ लेकर क्षेत्र में जाते थे. तीन मार्च को भी उन्होंने नगर थाना क्षेत्र के कोनिया निवासी मनोज कुमार उर्फ सनोज कुमार को साथ लेकर धान खरीदने गए थे. नवादा से निकलने के बाद मनोज के दो अन्य साथी भी साथ गए थे. इसके बाद मनोज ने सुबोध की हत्या कर दी. इस दौरान सुबोध के पास से नौ हजार रुपये नकद और उसके मोबाइल से यूपीआई ट्रांजैक्शन से 12 हजार 600 रुपये निकाल लिया.


खेत से बरामद हुआ था शव


बताया जा रहा है कि व्यवसायी सुबोध अक्सर बड़ी मात्रा में पैसा लेकर क्षेत्र में धान खरीदने जाता था इस कारण चालक को उस दिन भी लगा कि आज भी भारी मात्रा में पैसा है, जिसके बाद अपने दोस्तों के साथ मिलकर मालिक की हत्या हत्या कर दी. हत्या के बाद शव को गेहूं के खेत में फेंक दिया. बता दें कि तीन मार्च 2023 को शहर के गोला रोड निवासी सुबोध आर्य उर्फ आनंद का शव रूपौ थाना क्षेत्र के दिऔरा मोड़ के पास गेंहू के खेत से बरामद हुआ था. हत्या की घटना के बाद पुलिस कार्रवाई में जुट गई थी.


एसडीपीओ ने दी जानकारी


एसडीपीओ ने बताया कि घटना में शामिल बदमाशों में बलुआ रामपुर थाना कौआकोल निवासी ओम प्रकाश यादव के पुत्र जितेंद्र कुमार, कोनिया टाउन थाना नवादा निवासी गुरु प्रसाद यादव के पुत्र मनोज कुमार उर्फ सनोज कुमार और पकरीबरावां थाना क्षेत्र के रेवार धमौल ओपी निवासी उमेश यादव के पुत्र संतोष कुमार को गिरफ्तार किया गया है. सभी आरोपी आपस में दोस्त हैं. पुलिस ने अनुसंधान के दौरान पिकअप वैन, हत्या में प्रयुक्त गमछा और व्यवसायी का टूटा हुआ मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया है. 


ये भी पढ़ें: Tamil Nadu: तमिलनाडु मुद्दे पर सीएम नीतीश पर बिफरे चिराग, कहा- प्रवासी बिहारियों के लिए इनके पास वक्त तक नहीं