गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले में बुधवार को पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने वाहन चोरों के ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो नए वाहनों की चोरी करता था और उनके जाली कागजात बनवाकर, उन्हें अच्छी कीमत पर बेच देता था. गैंग के सदस्य इतने शातिर थे कि वह परिवहन विभाग द्वारा दिए जाने वाले वाहनों के कागजों की तरह ही हूबहू जाली कागज तैयार कर लेते थे. 


इस कारण वाहन खरीदने वाले लोग भी आसानी से इनकी जाल में फंस जाते थे. थावे थाने की पुलिस ने गोपालगंज और सीवान में छापेमारी के बाद पांच शातिर चोरों की गिरफ्तारी की है.


एसडीपीओ ने दी जानकारी 


एसडीपीओ नरेश पासवान ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए वाहन चोरों को मीडिया के सामने पेश किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि वाहन चोरों का यह गिरोह काफी दिनों से सक्रिय था. इनके निशाने पर नए वाहन होते थे. इनके पास से जो दो बाइक बरामद की गई है. इसके अलावा गाड़ी की नकली आरसी बनाने के लिए आवश्यक उपकरण, कंप्यूटर, प्रिंटर, लैपटॉप बरामद किए गए हैं. 


पकड़े गए पांचों सदस्य इस पूरे गैंग का संचालन करते थे. इनमें से तीन व्यक्ति नकली आरसी बनाने का काम करते थे. उनके पास से पाए उपकरणों से इस बात की पुष्टि हुई है. उनके पास से गाड़ी के नकली कागजात भी बरामद हुए हैं. पुलिस की कार्रवाई में प्रशिक्षु डीएसपी दीपक कुमार, थावे के थानाध्यक्ष किरण शंकर, सिपाह अनुज कुमार, मुमताज, पवन कुमार, कमलेश, शंभू आदि शामिल थे. 


गिरोह में शामिल थे शातिर अपराधी 


पकड़े गए वाहन चोरों में सीवान के नौतन थाने के हथौजी गांव के चंदन कुमार, गंभीरपुर गांव के दीपक कुमार, सीवान नगर थाने के फतेहपुर गांव के मिथिलेश कुमार यादव, गोपालगंज शहर के नगर थाने के बंजारी निवासी अमरदीप कुमार तथा पवन कुमार शामिल हैं. 


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