नालंदा: जिले के करायपशुरय थाना इलाके के मलिकपुर खंधा से माले नेता सोहराय प्रसाद का शव शनिवार को बरामद किया गया है. शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई. आनन-फानन में स्थानीय थाना पुलिस को सूचना दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अस्पताल भेज दिया. बताया गया कि माले नेता को सात गोली मारी गई है जिससे उनकी मौत हो गई. शव मिलने की सूचना पर आसपास के कई गांव के लोग देखने के लिए पहुंच गए और भीड़ एकत्रित हो गई.
जमीन का करते थे कारोबार
शव की पहचान चिकसौरा थाना इलाके के बैरीगंज गांव निवासी सोहराय प्रसाद के रूप में हुई है. बताया जा रहा कि भवानी बीघा गांव के रंजीत यादव ने फोन करके शुक्रवार को बुलाया था. वह घर से जाने के बाद वापस नहीं लौटे तो परिवार वाले उनकी खोजबीन कर रहे थे, लेकिन सोहराय प्रसाद का मोबाइल बंद था. माले नेता सोहराय प्रसाद पहले मर्डर केस में जेल भी जा चुके थे और यह वर्तमान में जमीन बिक्री का धंधा कर रहे थे. परिवार वालों का कहना है कि रंजीत यादव ने फोन कर बुलाया और उसने पटना के धनरूआ जाने की बात कही थी. धनरूआ जाने के बाद वह वापस नहीं लौटे थे.
दोस्त रंजीत पर आरोप
परिवार वालों का कहना है कि रंजीत यादव ने ही बुलाकर हत्या कर शव को फेंक दिया. रंजीत यादव के बारे में बताया जा रहा है कि यह भी अपराधी है. मृतक नेता के बेटे राजबली बिंद ने बताया कि घर से निकलने से पहले पिता ने बताया कि किसी काम से धनरूआ जा रहा हैं. पिताजी जमीन का काम करते थे और जमीन के ही काम से यह गए थे. रंजीत यादव ने कॉल कर पटना बुलाया था. बेटा ने यह भी बताया कि पूर्व में पिता हत्या के मामले में जेल गए थे, लेकिन उस मामले में समझौता हो गया था.
किसी मर्डर केस में गए थे जेल
हिलसा डीएसपी कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मलिकपुर खंधा पहुंची, फिर खंधा से एक बुजुर्ग का शव बरामद किया गया. बताया जा रहा कि बुजुर्ग किसी काम से धनरूआ गए थे, उसके बाद वह वापस नहीं लौटे. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है. देखने से यह प्रतीक हुआ है कि शरीर पर सात गोली का निशान हैं. परिवार वाले से पूछताछ की जा रही है. मृतक माले नेता थे. हत्या के मामले में यह पहले जेल जा चुके थे, सभी एंगल से पुलिस जांच कर रही है.
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