जमुईः बुधवार को जमुई टाउन स्थित हरनाम मोड़ के समीप मां अंबे रिबोरिंग नाम की लेथ दुकान की आड़ में अवैध तरीके से हथियार बनाए जाने का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस जब यहां जांच करने लगी तो होश उड़ गए. इस मिनी गन फैक्ट्री से पुलिस ने 30 अर्धनिर्मित पिस्टल समेत कई सामान बरामद किए हैं. वहीं, अवैध पिस्टल निर्माण में संलिप्त तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है.
गिरफ्तार व्यक्तियों ने स्वीकार कर लिया है कि लॉकडाउन के दौरान आर्थिक तंगी झेलने के बाद इस व्यवसाय में वह संलिप्त हुए हैं. पिस्टल मुंगेर ही पहुंचाई जाती थी. इस मामले में जमुई के एसपी प्रमोद मंडल ने बताया कि तीनों व्यक्ति में से एक राजेश मिस्त्री लखीसराय का रहने वाला है और दो देवाशीष शर्मा और ब्रह्मानंद शर्मा मुंगेर के रहने वाले हैं.
मुंगेर भेजे जाने थे सभी हथियार
मुख्य सरगना अरुण कुमार तांती मुंगेर का रहने वाला है. एसपी ने बताया कि ड्यूटी के दौरान बाइक चेकिंग के समय एक बाइक वाला पीछे घूमकर भागने लगा और दुकान में जा घुसा. वहां उसके पास से लोडेड पिस्टल और तीन गोली बरामद की गई. उसी दुकान में लेथ मशीन में काम करने वाले दो-तीन लोग मिले. उसी जगह जांच के दौरान अर्धनिर्मित हथियार का जखीरा मिला.
मीडिया को जानकारी देने के दौरान पुलिस कप्तान ने कहा कि इस तरह की फैक्ट्री से निर्मित पिस्टल अपराध के लिए तैयार किए जाते हैं. बाइक सर्च के क्रम में पकड़े गए तीनों व्यक्तियों ने अपने बयान में कहा है कि वे लोग अरुण कुमार तांती से 30 पिस्टल बनाने के लिए 90 हजार रुपये और पिस्टल बनाने में लगने वाला लोहे की बात की थी. एडवांस के तौर पर 20 हजार रुपये और पिस्टल बनाने के लिए लोहा दिया गया था. हथियार को मुंगेर लाकर फिनिशिंग किया जाना था. गन फैक्ट्री से एक लोडेड पिस्टल, तीन जिंदा गोली, अर्धनिर्मित पिस्टल, लोहा का बड़ा मिलिंग मशीन, एक बड़ा ड्रिल मशीन और कई सामान जब्त किए गए हैं.
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