गोपालगंजः जिले के थावे थाना क्षेत्र की धतीवना पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया सुखल मुसहर की मंगलवार की सुबह गोली मारकर हत्या कर दी गई. पंचायत चुनाव के बाद वर्चस्व की लड़ाई में हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है. घटना के बाद आक्रोशित जनप्रतिनिधियों ने अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग को लकेर सड़क जाम कर दिया. नगर थाना के आंबेडकर चौक के पास शव को सड़क पर रखकर जमकर हंगामा किया.


घटना के बाद इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. बताया जाता है कि धतीवना गांव में मंगलवार की सुबह लाल रंग की बाइक पर सवार होकर पहुंचे दो अपराधियों ने नवनिर्वाचित मुखिया सुखल मुसहर को गोली मार दी. इसके बाद अपराधी फायरिंग करते हुए फरार हो गए. परिजनों के मुताबिक अजय सिंह, उज्जवल सिंह, कामेश्वर सिंह और कामाख्या कुमार सिंह से विवाद था. हत्या के लिए लगातार धमकी भी मिल रही थी.


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पुलिस के मुताबिक सुखल मुसहर गांव के ही पूर्व मुखिया सत्यप्रकाश सिंह के यहां रहते थे. वर्चस्व की लड़ाई में हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है. हत्या करने वाले अपराधियों की पहचान कर ली गई है और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. चार लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है.


गोपालगंज में लगातार हो रही हत्याएं


आरजेडी के प्रदेश महासचिव रेयाजूल हक राजू ने कहा कि पूरे बिहार में लगातार नवनिर्वाचित मुखियों की हत्या हो रही है. बता दें कि गोपालगंज में जनप्रतिनिधियों की हत्या का यह पहला मामला नहीं है. इसके पहले मीरगंज थाने के सबेया में 10 जनवरी को बीडीसी गयासुद्दीन खान उर्फ मुन्ना की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसमें पुलिस सात अभियुक्तों में अब तक एक की ही गिरफ्तारी कर सकी है. वहीं फुलवरिया थाने के पांडेय परसा के बीडीसी सरफराज मियां को चार दिसंबर को गोली मार दी गई थी, जिसमें अब तक एक अपराधी की गिरफ्तारी हो सकी है. 


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