Munger Illegal Weapon: बिहार के मुंगेर में पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें पति-पत्नी और बाप-बेटा भी शामिल हैं. मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है. बीते बुधवार (21 अगस्त) को मुंगेर के एसपी सैयद इमरान मसूद ने इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी. यह पूरा मामला अवैध तरीके से हथियार बनाने को लेकर जुड़ा हुआ है. साथी ही भारी मात्रा निर्मित अर्धनिर्मित हथियार को पुलिस ने जब्त किया है. 09 देसी पिस्टल, 15 मैगजीन, 6 बेस मशीन, दो अर्धनिर्मित पिस्टल, एक ड्रिल मशीन, एक मैगजीन के साथ हथियार बनाने के उपकरण पुलिस को मिले हैं. 


मुफस्सिल थाने की पुलिस को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ बाइक से अवैध हथियार लेकर नौवागढ़ी से हसनपुर की तरफ आ रहा है. इसी सूचना के आधार पर सीताकुंड डीह के पास पुलिस ने वाहन जांच करना शुरू कर दिया. इस दौरान बाइक से आ रहे पति-पत्नी को रोककर पुलिस ने पूछताछ की. वो लोग घबराने लगे तो पुलिस को शक हो गया. पुलिस ने पति के कंधे में लटके बैग की जांच की तो उसमें से 9 देसी पिस्टल और 9 अतिरिक्त मैगजीन को पाया गया. 


जिस बाइक से जा रहे थे पति-पत्नी वह भी चोरी की


पूछताछ के दौरान बाइक चालक ने अपना नाम अरविंद मंडल बताया. महिला ने अपना नाम प्रीति कुमारी बताया. ये दोनों बरियारपुर के बंगाली टोला के रहने वाले हैं. पूछताछ में पता चला कि जिस बाइक से वो लोग पकड़े गए हैं वह भी चोरी की है. मो. तनवीर उर्फ मंडल और मो. जुल्फिकार ने अवैध हथियार का कच्चा माल पहुंचाने एवं लाने के लिए दिया है. पति-पत्नी ने पूछताछ में बताया कि इन लोगों के साथ एक टीम में कुल 13 सदस्य हैं जो अवैध रूप से हथियार का निर्माण एवं खरीद-बिक्री व तस्करी करते हैं. मुख्य सरगना मिर्जापुर बरदह निवासी मो. तनवीर उर्फ मंडल और जुल्फिकार है. तैयार माल को लाने और पहुंचाने के लिए प्रति खेप के लिए तनवीर और जुल्फिकार पांच हजार रुपये देते थे.


एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि पति-पत्नी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बरियारपुर थाना क्षेत्र के काजीचक गांव में छापेमारी की. यहां से पुलिस ने पिता चंद्र किशोर यादव और उसके पुत्र पीयूष कुमार को गिरफ्तार किया. छापेमारी के दौरान पुलिस ने दो लोहे के बैरल, दो अर्धनिर्मित पिस्टल सहित हथियार बनाने के उपकरण को मौके से बरामद किया. 


पिता-पुत्र की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने ऋषिकुंड पहाड़ पहुंचकर छापेमारी की. यहां पुलिस ने छह पीस बेस मशीन, दो अर्धनिर्मित मैगजीन, दो पीस लोहे की बनी पिस्टल, तीन पीस लोहे की बना अर्धनिर्मित पिस्टल, रेती सहित हथियार बनाने के उपक्रम के साथ सात कारीगर की गिरफ्तारी की गई. पूछताछ के दौरान सबने बताया कि प्रति पिस्टल 4500 रुपया इन्हें मिलता है. हालांकि मुख्य सरगना मो. तनवीर उर्फ मंडल और मो. जुल्फिकार पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं. 


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