मुजफ्फरपुर: बेरोजगार युवक-युवतियों को सरकारी नौकरी देने के नाम पर झांसा देने का एक बड़ा मामला सामने आया है. मुजफ्फरपुर के सदर थाना क्षेत्र में नौकरी देने के नाम पर ठगी कर कुछ युवतियों को बंधक बना लिया गया था, जिसे पुलिस ने रविवार (24 दिसंबर) की देर रात रेस्क्यू कर मुक्त कराया है. ये सभी युवतियां सीवान जिले की रहने वाली हैं. दो लोगों को हिरासत में लिया गया है. इधर, पुलिस की भनक लगते ही नौकरी देने वाली नेटवर्किंग कंपनी का संचालक मौके से फरार हो गया.
क्या है पूरा मामला?
सदर थाना क्षेत्र के गोबरसही डुमरी रोड में एक किराए के मकान में सरकारी नौकरी देने के नाम नेटवर्किंग कंपनी का संचालन हो रहा था. इस कंपनी के जरिए नौकरी देने के नाम पर सीवान की आधा दर्जन लड़कियों से 25 हजार रुपये लिए गए थे. कंपनी की ओर से सभी लड़कियों से कहा गया था कि उनकी एक ट्रेनिंग मुजफ्फरपुर में होगी. इस बीच जब सभी लड़कियां मुजफ्फरपुर आईं तो उन्हें ट्रेनिंग के दौरान कंपनी की गतिविधियों पर शक हुआ. शक होने पर सभी लड़कियां संचालक से अपने दिए हुए रकम की मांग करने लगीं. रकम मांगे जाने पर संचालक ने आनाकानी की, लेकिन जब लड़कियां नहीं मानीं तो उन्हें डरा-धमका कर बंधक बना लिया गया.
रेस्क्यू कर सभी को छुड़ाया
संचालक की ओर से बंधक बनाए जाने के बाद एक लड़की चकमा देकर बाहर आई और अपने घरवालों को फोन कर पूरी बात बताई. परिजनों ने तुरंत डायल 112 को सूचना दिया. डायल 112 की टीम ने सदर थाना पुलिस के साथ डुमरी रोड के एक किराए मकान में देर शाम छापेमारी कर बंधक बनाए गए लड़कियों रेस्क्यू कर मुक्त कराया.
संचालक को पकड़ने के लिए हो रही छापेमारी
इस संबंध में सदर थाना के एसआई ए सिंह ने बताया कि नौकरी देने के नाम पर कुछ लड़कियों को बंधक बनाया गया है. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर छापेमारी की गई एवं सभी को रेस्क्यू कर एक कमरे से बाहर निकाला गया. मौके से दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. वहीं, संचालक की धरपकड़ के लिए लगातार छापेमारी हो रही है.
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