मुजफ्फरपुर: अहियापुर थाना क्षेत्र से बीते छह दिसंबर की रात 38 लाख रुपये की हुई लूट मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस ने इस लूटकांड में शामिल फाइनेंस कंपनी के ही दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है. फाइनेंस कर्मी ही लूटकांड के मास्टरमाइंड निकले हैं. 38 लाख रुपयों की हुई लूट में से 30 लाख 23 हजार 270 रुपये बरामद कर लिए गए हैं. घटना में प्रयुक्त बाइक और चाकू भी बरामद किए गए हैं. मंगलवार (12 दिसंबर) को एसएसपी राकेश कुमार ने इसकी जानकारी दी.
गिरफ्तार आरोपियों में निजी फाइनेंस कंपनी के कर्मी इरफान अली (यूनिट मैनेजर) और किशन गुप्ता (ब्रांच क्रेडिट मैनेजर) शामिल हैं. घटना के संबंध में बताया गया कि वारदात के एक सप्ताह पूर्व प्लानिंग की गई थी. इसके बाद खुद से ही लूट की घटना को इन लोगों ने अंजाम दिया था. अब भी एक आरोपित फरार है.
जांच के लिए लगी थी पुलिस की विशेष टीम
घटना सामने आने के बाद एएसपी टाउन अवधेश दीक्षित के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई थी. टीम इस मामले में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही थी. छानबीन में फाइनेंस कर्मी से लूटे गए मोबाइल का लोकेशन पूर्वी चंपारण में मिला. पुलिस ने दबिश दी तो घटना में इस्तेमाल की गई बाइक मिल गई. वहीं से पुलिस को लूटे गए रुपयों में से 30 लाख 23 हजार 270 रुपये भी मिल गए. बाकी के करीब आठ लाख रुपये लेकर एक आरोपित नेपाल भाग चुका है जिसको लेकर छापेमारी की जा रही है.
एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि छह दिसंबर की रात अहियापुर इलाके में एक निजी फाइनेंस कंपनी से 38 लाख रुपये की लूट की घटना हुई थी. पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच की. इस बात का पता चला कि कंपनी के ही ब्रांच क्रेडिट मैनेजर किशन गुप्ता और यूनिट हेड मैनेजर इरफान अली ने मिलकर पूरी प्लानिंग की थी. दोनों लोग एक ही जगह काम करते थे. लूटे गए रुपयों में से 30.23 लाख रुपये को बरामद कर लिया गया है. दोनों से पूछताछ की जा रही है.
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