गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां आज एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, वही उसका भाई इस हमले में घायल हो गया.अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नरेश पासवान के अनुसार अवध नगर विशुनपुर गांव के रहने वाले राजू गौड़ा और उसके छोटे भाई टुनटुन गॉड आज सुबह सब्जी खरीद कर घर लौट रहे थे तभी गांव के पास ही चार अपराधियों ने उन्हें रोक लिया और उनकी पिटाई शुरू कर दी.
इस घटना में टुनटुन गॉड और राजू गौड़ दोनों घायल हो गए घायलों को गोपालगंज सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान टुनटुन गॉड की मौत हो गई पुलिस अधिकारी की माने तो इस सिलसिले में मृतक के भाई राजू गौड़ ने संबंधित थाने में चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है जिनमें से दो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, वहीं फरार दो अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. मृतक जादोपुर थाने के अवधनगर विशुनपुर निवासी स्व. मैनेजर गोड़ का पुत्र 21 वर्षीय टुनटुन गोड़ बताया गया है.
मृतक के बड़े भाई राजू गोड़ ने आरोप लगाया है कि कल (शनिवार) रात नौ बजे जादोपुर बाजार से सब्जी लेकर दोनों भाई घर लौट रहे थे. रास्ते में हाईस्कूल परिसर के पास बलुआ टोला के सद्दाम मियां, अख्तर अली, संतोष यादव तथा श्रीकांत यादव ने भद्दी-भद्दी गालियां देनी शुरू कर दी. जिसका विरोध इसके भाई टुनटुन गोड़ ने किया.
इस बात पर चारों युवकों ने दोनों भाई की पिटाई शुरू कर दी. जान बचाकर राजू गोड़ घर पहुंचा और घटना की जानकारी दी. परिवार के सदस्य और आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे, जहां टुनटुन गोड़ अधमरा अवस्था में पड़ा था, वहां से चारों युवक भाग गये थे. टुनटुन के शरीर पर गहरे जख्म के निशान थे.अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. रविवार की सुबह जादोपुर थाने की पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजासदर एसडीपीओ नरेश पासवान ने मामले की जांच कर फरार आरोपितों की गिरफ्तारी दो दिनों के अंदर करने का आश्वासन दिया.
मृतक हिमाचल में करता था नौकरी लॉक डाउन में आया था घर
मृतक के परिजनों ने बताया कि मृतक टुनटुन गोड़ हिमाचल प्रदेश में नौकरी करता था. कोरोना काल में घर लौटा था. पिता की मौत के बाद परिवार का कमाऊ सदस्य था. हत्या के बाद से पूरा परिवार मर्माहत और आक्रोशित है वहीं इस घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति बनी है.
पोस्टमार्टम के लिए पैसा मांगने पर सड़क पर जाम
इस घटना के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए पैसा मांगे जाने पर आक्रोशित परिजनों ने सड़क जाम कर जमकर हंगामा किया. इस दौरान सडीपीओ से भी नोंकझोक हुई वहीं एसडीपीओ ने पोस्टमार्टम कर्मी को जमकर फटकार लगाई और समझा बुझा कर लोगों को शांत कराया.