Bihar Dengue News: राजधानी पटना में लगातार डेंगू के मरीज मिल रहे हैं. इस साल अब तक एनएमसीएच (NMCH) में दो मरीजों की मौत हो चुकी है जबकि 18 अभी भी भर्ती हैं. अगस्त में एक किशोर की मौत हुई थी जबकि इस महीने एक महिला की डेंगू से जान गई है. हालांकि पटना के एनएमसीएच में डेंगू के मरीजों के लिए बेहतर व्यवस्था की गई है. एबीपी बिहार की टीम ने एनएमसीएच जाकर जायजा लिया है. पढ़िए वहां क्या कुछ व्यवस्था और तैयारी है.


20-20 बेड महिला-पुरुष और 10 बच्चे के लिए रिजर्व


एनएमसीएच में डेंगू के मरीजों के लिए 50 बेड का अलग एक वार्ड बनाया गया है. एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए एनएमसीएच में सभी सुविधा उपलब्ध है. 20 बेड महिला, 20 बेड पुरुष और 10 बेड बच्चों के लिए रिजर्व रखा गया है. हालांकि उन्होंने बताया कि अभी अस्पताल में सारे बेड फुल नहीं हुए हैं. अभी डेंगू से पीड़ित सात महिलाएं, आठ पुरुष और तीन बच्चे भर्ती हैं. इनका इलाज चल रहा है. 


मच्छरदानी और साफ-सफाई के साथ दवा की सुविधा


बताया गया कि इस मौसम में अब तक एनएमसीएच में कुल 57 मरीज भर्ती हुए हैं. इनमें से दो मरीजों की मौत हो चुकी है. 29 अगस्त को एक 17 वर्षीय किशोर की मौत हुई थी. वहीं आठ सितंबर को एक वृद्ध महिला की मौत हुई थी. अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि एनएमसीएच में डेंगू मरीजों के लिए भरपूर व्यवस्था है. सारे बेड पर मच्छरदानी, साफ-सफाई और दवा की पूरी व्यवस्था है. कोई भी दवा की कमी होती है तो उसे तुरंत मंगाया जाता है.


आगे एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि प्राइवेट से भी दवा को लाया जाता है, लेकिन मरीजों से एक रुपये खर्च नहीं करवाए जाते हैं. बता दें कि पीएमसीएच में डेंगू का इलाज हो रहा है. यहां आठ बेड लगाए गए हैं. वहीं आईजीआईएमएस में भी डेंगू के मरीजों के लिए अलग से बेड लगाए गए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक पीएमसीएच में जुलाई महीने से लेकर अब तक पांच मरीजों की डेंगू से मौत हो चुकी है. ऐसे में डेंगू को लेकर सावधान रहने की जरूरत है.


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