पूर्णियाः बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने पूर्णिया के बायसी प्रखंड की खपड़ा पंचायत के मझुआ गांव में बीते 19 मई को हुई अगलगी और हत्याकांड के बाद सोमवार को फोन से आईजी, जिलाधिकारी और एसपी से बात की. उपमुख्यमंत्री ने घटना की भर्त्सना कर घटना के लिए जिम्मेदार और नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी करने के लिए कहा. कहा कि इस प्रकार की घटना दोबारा न हो इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं. घटना के सभी नामजद अभियुक्तों का स्पीडी ट्रायल कराते हुए पीड़ित परिवारों की सुरक्षा के इंतजाम करें.


आर्थिक मदद के साथ खाने पीने के लिए व्यवस्था


13 पीड़ित परिवारों को 6,800 का चेक और तीन हजार नकरद राशि दी गई है. खूनी झड़प के बाद पूर्णिया के एडीएम तारिक इकबाल, डीसीएलआर अवधेश कुमार आनंद, एसडीओ अमरेंद्र कुमार पंकज, बीडीओ अनित कुमार और सीओ प्रभात रंजन गांव पहुंचकर जांच की. नकद के साथ पीड़ित परिवार को पुनर्वास का आश्वासन दिया और साथ ही कम्युनिटी किचन की शुरुआत की.


13 घर जलकर हो गए थे राख, पूर्व चौकीदार की हत्या


19 मई की रात बायसी थाना क्षेत्र के मझुआ गांव में एक पक्ष के सैकड़ों लोग महादलित टोला गांव आ धमके और ग्रामीणों पर हमला बोल दिया. दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प शुरू हो गई. एक गांव के दर्जनों ग्रामीण घायल हो गए. भीड़ ने महादलित टोला के मझुआ गांव के एक दर्जन से अधिक घर को आग के हवाले कर दिया था. इसमें 13 घर जलकर राख हो गए. घटना में पूर्व चौकीदार मेवालाल राय की हथियार से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. घटना में तीन अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है. दो नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है.


सोशल मीडिया पर फैली भ्रांति को डीएम ने किया खारिज


घटना के बाद सोशल मीडिया पर लगातार समुदाय विशेष के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की जा रही थी. इसे सांप्रदायिक कोण दिया जाने लगा था जिसके बाद पूर्णिया के डीएम राहुल कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जार सोशल मीडिया पर फैल रही खबरों को भ्रांति बताते हुए सिरे से खारिज किया है.


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