पटना: भारतीय जनता पार्टी की नजर यादवों के वोट बैंक पर है. शायद यही वजह है कि बीते मंगलवार (14 नवंबर) को बीजेपी की ओर से पटना के बापू सभागार में गोवर्धन पूजा पर यदुवंशी समाज मिलन समारोह का आयोजन कराया गया. बीजेपी दावा कर रही है कि यादव समाज के 21 हजार लोगों ने पार्टी की सदस्यता ली है. इसको लेकर राजनीति जारी है. इस बीच गुरुवार (16 नवंबर) को बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की इस पर प्रतिक्रिया सामने आई है.


इस सवाल पर कि क्या आरजेडी से यादवों को अलग करने की कोशिश हो रही है? इस पर तेजस्वी यादव ने बीजेपी के यदुवंशी सम्मेलन को लेकर कहा, "छोड़ दीजिए, करने दीजिए, क्या दिक्कत है? किसी को मनाही है? लोकतंत्र है, जिसको जो मर्जी है वो करे. खूब प्रयास करें. हमारी शुभकामना है." तेजस्वी यादव ने पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों के सवालों के जवाब में यह बयान दिया है.



ममता बनर्जी के भतीजे की शादी में गए तेजस्वी-लालू


गुरुवार की सुबह को तेजस्वी यादव और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ममता बनर्जी के भतीजे की शादी में शामिल होने के लिए रवाना हुए. पटना से कोलकाता जाने के दौरान तेजस्वी यादव ने बीजेपी को तंज कसते हुए शुभकामना दी.


लोकसभा चुनाव को देखते हुए बनाई जा रही रणनीति?


बता दें कि 2024 में लोकसभा का चुनाव है. हाल ही में बिहार में जातीय सर्वे की रिपोर्ट जारी की गई है. सर्वे में यादवों की जाति की संख्या सबसे अधिक बताई गई है. ऐसे में यदुवंशी समाज मिलन समारोह को देखकर ऐसा लग रहा है कि बीजेपी अभी से रणनीति बनाने में जुट गई है. हालांकि बीजेपी 21 हजार यादवों को जोड़ने की बात कह रही है लेकिन इसमें यादव समाज से कोई बड़े नेता का नाम शामिल नहीं है. 


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