'ये खान और रहमान...', BPSC अभ्यर्थियों के प्रदर्शन पर क्या बोल गए डिप्टी CM विजय कुमार सिन्हा?
BPSC Normalization Protest: विजय सिन्हा ने कहा कि बीपीएससी के चेयरमैन को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि पांच-छह बच्चे जाकर मिलेंगे. इनकी बात को वे सुनेंगे. सरकार बच्चों के हित में काम करेगी.
BPSC Protest: बिहार में प्रदर्शन के बाद बीपीएससी ने यह साफ कर दिया है कि परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन लागू नहीं होगा. इसको लेकर विभाग का यह भी कहना है कि बेवजह भ्रम फैलाया गया है. अब बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बीते शनिवार (07 दिसंबर) को पत्रकारों से बातचीत में प्रदर्शन के पीछे शिक्षकों को जिम्मेदार ठहराया है. वे खान सर और गुरु रहमान पर भड़क गए.
विजय सिन्हा ने कहा कि बच्चों की बातों से यही लगा कि इनको भ्रम में डाला गया है. सरकार को बदनाम करने के लिए खेल खेला गया है. बच्चे ही बता रहे थे कि 23 सितंबर को वैकेंसी निकली. 18 अक्टूबर तक अप्लाई करने का अवसर मिला. बच्चों के आग्रह पर और पर्व-त्यौहार को देखते हुए चार नवंबर तक अप्लाई करने के लिए एक्सटेंड किया गया. नॉर्मलाइजेशन का कहीं कोई जिक्र नहीं है. कहीं कोई चर्चा नहीं है. उस विषय को डालकर बच्चों को भ्रमित करके उत्तेजित करके ये खान और रहमान ने कोचिंग चलाने के नाम पर ऐसा किया है.
'बिहार के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना करें'
विजय कुमार सिन्हा ने इन शिक्षकों को लेकर कहा कि ये पहले भी बच्चों के आंदोलन के नेतृत्वकर्ता के रूप में अराजकता फैलाने का प्रयास करते रहे हैं. ये घोर निंदनीय है. शिक्षक की जिम्मेदारी बच्चों का भविष्य बनाना है बिगाड़ना नहीं. बीपीएससी के चेयरमैन से बात की है. हमने बात करके बच्चों के मिलने का टाइम फिक्स किया है. ये लोग जाकर मिलेंगे. हम आग्रह करेंगे कि बिहार के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना करें. बिहार को बदनाम ना करें.
#WATCH Patna | On meeting with BPSC aspirants, Bihar Deputy CM Vijay Kumar Sinha said, "From their words, it appeared that people played a game to defame this government...There is no mention or discussion of normalization anywhere but that topic was brought in between and… pic.twitter.com/Yr1gTYUzks
— ANI (@ANI) December 8, 2024
विजय सिन्हा ने आगे कहा कि जो बहाली निकलेगी वो किसके लिए है? जिन लोगों ने हम लोगों को आशीर्वाद देकर सेवा को मौका दिया है. चेयरमैन को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि पांच-छह बच्चे जाकर मिलेंगे. इनकी बात को वे सुनेंगे. सरकार बच्चों के हित में काम करेगी. ये संवेदनहीन वो लोग हैं जो नियुक्ति के नाम पर जमीन लिखवाते हैं. पैसा लेते हैं. एनडीए की सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में बच्चों के और बिहार के हित में देश के हित में काम करती है.
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