गया: बिहार में कोरोना का प्रकोप कम हो गया है. जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है. इसी बीच अन्य बीमारियों ने पैर पसारना शुरू कर दिया है. सूबे के गया जिले के शेरघाटी प्रखंड के चेरकी पंचायत के विशुनपुरा गांव में इनदिनों डायरिया कहर बरपा रहा है. पूरा गांव डायरिया की चपेट में आ गया है. पंद्रह लोगों को हालत गंभीर होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 


पूरे गांव में है खौफ का माहौल


बता दें कि गांव के महादलित टोला में अचानक कई लोगों को उल्टी और दस्त की शिकायत हुई, जिसके बाद एम्बुलेंस से पंद्रह लोगों को शेरघाटी अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. इतने लोगों के एक साथ बीमार होने से पूरे गांव में खौफ का माहौल है.


अस्पताल में भर्ती लाछो देवी ने बताया कि गांव के लोगों अचानक उल्टियां आने लगीं. चूंकि गांव में एक वृद्ध महिला की मौत हो गई थी, इसलिए अधिकतर लोगों के घर खाना भी नहीं बना था. उस रात से ही लोगों को उल्टी और दस्त की शिकायत थी. उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों में दो अन्य ग्रामीणों की मौत किसी बीमारी के कारण हो गई थी. मौत के बाद अन्य लोगों की भी तबीयत बिगड़ने से गांव में दहशत का माहौल है. 


चिकित्सा पदाधिकारी ने कही ये बात


इस संबंध में शेरघाटी अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ. उदय कुमार ने बताया कि डायरिया मुख्यतः गंदा पानी पीने या गंदे पानी से खाना बनाने से होता है. अब विशुनपुरा गांव में क्या हुआ इसकी जांच कराई जाएगी. वहीं, सभी का कोविड जांच भी कराया जाएगा क्योंकि कभी-कभी कोविड संक्रमित होने पर भी डायरिया जैसे लक्षण आते हैं. अगर कोविड का कारण मिलता है, तो बहुत गंभीर मामला हो सकता है.


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