MP Dileshwar Kamait: 24 जून से 18वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण चल रहा है. इस बीच मंगलवार (25 जून) जेडीयू की ओर से बताया गया कि एमपी दिलेश्वर कामैत लोकसभा में जनता दल यूनाईटेड के संसदीय दल के नेता होंगे. इसकी जानकारी लोकसभा अध्यक्ष को दे दी गई है. ये फैसला जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने लिया है. इस बार सुपौल में 1,69,803 वोटों से दिलेश्वर कामैत ने जीत दर्ज की है. लोकसभा चुनाव 2024 में उन्होंने आरजेडी के चंद्रहास चौपाल को हराया है. कामैत को 5,95,038 वोट मिले हैं.


कामैत दूसरी बार सुपौल से सांसद 


सीएम नीतीश ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दी है कि संसद में जेडीयू के 12 सांसदों का नेतृत्व दिलेश्वर कामैत करेंगे. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आज दिलेश्वर कामैत को जेडीयू संसदीय दल का नेता बनाया है. नीतीश कुमार ने अपने इस फैसले से एक बड़ा मेसेज दिया है. कामैत दूसरी बार सुपौल से सांसद बने हैं. दिलेश्वर कामैत महादलित हैं. ऐसे में नीतीश कुमार ने महादलित वोटर्स को बड़ा संदेश दे दिया है कि नीतीश कुमार ने अपने करीबी रहे सांसद दिलेश्वर कामैत को बड़ी जिम्मेदारी दी है.


2019 में पहली बार बने थे सांसद


दिलेश्वर कामैत ने 2019 में कांग्रेस की दिग्गज नेता रंजीत रंजन को हराकर लोकसभा चुनाव जीता था. वो सुपौल से लोकसभा चुनाव जीते थे, हालांकि, इसी सीट पर मोदी लहर के बावजूद 2014 में दिलेश्वर रंजीत रंजन से हार गए थे. दिलेश्वर कामैत बिहार विधानसभा के सदस्य भी रह चुके हैं. नेता बनने से पहले दिलेश्वर कामैत सिविल सेवा में भी काम कर चुके हैं. उनकी पत्नी का नाम बीना देवी है और उनके सात बच्चे हैं. उन्होंने भागलपुर विश्वविद्यालय, भागलपुर, बिहार से बीए और कार्मिक प्रबंधन की डिग्री हासिल की है. 


बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार से जेडीयू ने 12 सीटें जीतीं है, जेडीयू की केंद्र सरकार में अहम भूमिका है. नीतीश कुमार के समर्थन से ही केंद्र में सरकार बनना संभव हो सका. जेडीयू एनडीए के घटक दलों में से एक है, लेकिन चुनाव के बाद नीतीश कुमार के इंडिया गठबंधन से मिल जाने के कयास लगाए जाने लगे थे, हालांकि ऐसा हुआ नहीं.


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