Bihar Doctor Strike: कोरोना को देखते हुए विभाग ने कैंसिल की है स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टी, इधर पूर्णिया में हड़ताल पर चले गए डॉक्टर
Purnia Medical College: रेजिडेंट डॉक्टरों ने स्पष्ट चेतावनी दी है जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक वे लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बने रहेंगे.
पूर्णियाः बिहार स्वास्थ्य विभाग (Bihar Health Department) ने राज्य में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी है. इस बीच पूर्णिया में डॉक्टरों की हड़ताल की खबर सामने आ रही है. पूर्णिया मेडिकल कॉलेज के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. सीनियर रेजिडेंट संघ के अध्यक्ष डॉक्टर सुधांशु शेखर ने कहा कि उनकी मुख्य छह मांगे हैं. जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी हड़ताल जारी रहेगी.
अध्यक्ष डॉक्टर सुधांशु शेखर ने कहा कि मांगों में आवास उपलब्ध करवाना, चार महीने का बकाया वेतन देना और काम का सही बंटवारा करना शामिल है. उन्होंने कहा कि उन लोगों को पिछले चार महीने से वेतन भुगतान नहीं किया गया है. इस कारण उन्हें आर्थिक परेशानी हो रही है. उन्हें रहने के लिए भी जगह नहीं है. डॉ. सुधांशु ने कहा- “हमलोग बाहर से आते हैं तो होटल और लॉज में रहना पड़ता है. ऐसे में समस्या होती है.”
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अस्पताल के अधीक्षक ने क्या कहा?
इधर, रेजिडेंट डॉक्टरों ने स्पष्ट चेतावनी दी है जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक वे लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बने रहेंगे. वहीं इस मामले में पूछे जाने पर पूर्णिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विजय कुमार ने कहा कि इसमें कई ऐसे सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर हैं जो ड्यूटी नहीं करते हैं. वे सिर्फ सप्ताह में एक दिन आते हैं और हाजिरी बनाकर चले जाते हैं. जब उन पर कड़ाई बरती जाती है तो वे लोग हड़ताल की धमकी देते हैं.
बता दें कि यदि समय रहते सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने रेजिडेंट डॉक्टरों के हड़ताल का हल नहीं निकाला तो कोरोना महामारी में लोगों के सामने परेशानी आ सकती है. क्योंकि राज्य में लगातार कोरोना वायरस के केस बढ़ रहे हैं. इसकी गंभीरता को समझते हुए ही स्वास्थ्य विभाग ने कर्मियों की छुट्टी भी रद्द की है.