DPS Student kidnapped In Gopalganj: गोपालगंज में दुर्गापूजा का मेला घूमने के लिए निकले डीपीएस के छात्र को 11 अक्टूबर को अपराधियों ने अगवा कर लिया था. अपहरण के बाद सीवान ले जाकर छात्र के परिजनों से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई. घटना नगर थाना क्षेत्र के स्टेशन रोड की है. अगवा छात्र भोजपुरी के लोक कलाकार ब्यास अरविंद सिंह का पुत्र है. घटना को लेकर अगवा छात्र की मां कुसुम देवी ने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई. 


घर से छात्र को लेकर गए थे दोस्त


अगवा छात्र की मां कुसुम देवी ने पुलिस को बताया कि उनके 16 वर्षीय पुत्र डीपीएस छात्र आदित्य कुमार को 11 अक्टूबर के दिन में 1:30 बजे स्कूल के साथी घर से लेकर गए थे. वो लोग अपने साथ मेला घूमने की बात कह कर लेकर चले गए. उन्होंने बताया कि उदंत राय के बंगरा निवासी प्रकाश सिंह के पुत्र शिवम कुमार, ठाकुर यादव के पुत्र आकाश यादव और एक अन्य साथी साथ में थे. घटना के दिन ही शाम के 6.26 बजे कॉल आया कि उनके लड़के आदित्य कुमार सिंह का अपहरण हो गया है.


कॉल करने वाले अपराधियों ने कहा कि 50 लाख रुपये फिरौती चाहिए. एक घंटे के अंदर अपराधियों ने पैसा लेकर सीवान बुलाया और पुलिस को खबर देने पर हत्या कर देने की धमकी दी. इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और फोन कॉल की लोकेशन के आधार पर सीवान से छात्र को सकुशल बरामद कर लिया. छात्र के बरामद होने के बाद उसने पुलिस को बताया कि तीनों दोस्त और अन्य तीन-चार साथियों ने मिलकर हथियार के बल पर अगवा किया था. रविवार को छात्र सकुशल परिजनों के पास पहुंच गया.


पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है, लेकिन गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की गई है. इघर, नगर थाने की पुलिस मामले में कुछ भी बताने से बच रही है. सदर एसडीपीओ के सरकारी नंबर पर संपर्क किया गया तो उनका मोबाइल स्वीच ऑफ मिला. छात्र के अपहरण का मामला भले ही पुलिस सुलझा लेने का दावा कर रही हो, लेकिन एफआइआर के बार-बार बदलते आवेदन ने पुलिस की जांच और कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं. घटना के आज तीसरे दिन भी पुलिस इस मामले में किसी तरह की जानकारी या बयान देने से बचती रही.


आरोपी के परिजनों ने पुलिस पर उठाए सवाल


उधर, जिन लोगों को पुलिस ने उठाया है, उनके परिजनों ने पुलिस की बार-बार बदलती एफआइआर वाली रिपोर्ट पर सवाल उठाया है. एक बार एफआइआर दर्ज होने के बाद कैसे आवेदन बदल दिया गया. दरअसल पुलिस ने अपहरण के मामले को लेकर नगर थाने में कांड संख्या 722/24 किया है. एफआइआर की पहले आवेदन में छात्र की मां की लिखित शिकायत में अगवा आदित्य कुमार सिंह के एक दोस्त शिवम कुमार का नाम दिया गया है. वहीं, छात्र के बरामदगी के बाद एफआइआर का आवेदन बदल दिया गया और उसी नंबर से दर्ज कांड संख्या की एफआइआर में दो अन्य छात्रों के नाम और अज्ञात अपराधियों का जिक्र किया गया है.


इतना ही नहीं, आदित्य की बरामदगी होने का भी दावा किया गया है. मामला सही क्या है, यह तो जांच के बाद ही खुलासा हो पाएगा. पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. छात्र को अगवा किए जाने की पुलिस को शिकायत मिली थी, जिसके आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सीवान से सकुशल बरामद कर लिया है. घटना के पीछे की वजह और कारणों की गहनता से जांच की जा रही है.


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