बिहार: रेन कट की वजह से तटबंध में आईं दरारें, जल संसाधन विभाग की लापरवाही पड़ सकती है भारी
कोसी तटबंध की मरम्मती के नाम पर हर साल बिहार सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं. फिर भी हर साल कोसी की तबाही सामने आती है.
सुपौल: बिहार के सुपौल जिले में कोसी नदी के पूर्वी तटबंध पर रेन कट की वजह से बड़ी-बड़ी दरारें आ गईं हैं, जो आने वाली बड़ी मुसीबत की ओर इशारा कर रही हैं. संभावित खतरे को देखते हुए इंजीनियरों की ओर से मरम्मती का काम शुरू कर दिया जाना चाहिए था, लेकिन जिले में अब तक इन दरारों को भरने का काम शुरू नहीं किया जा सका है. जबकि मौसम के हिसाब से अगर अभी दरारों को पाट दिया गया तो कम खर्च में बेहतर काम होगा. लेकिन इंजिनयरों और कोसी के ठेकेदार की नजर अब तक इस ओर नहीं पड़ी है.
स्थानीय लोगों ने लगाया ये आरोप
स्थानीय लोगों ने कहा कि जब बारिश अपने चरम पर होगी और कोसी का जलस्तर भी काफी बढ़ जाएगा, तब लूट मचाने के उद्देश्य से इंजीनियर और ठेकेदार इन रेन कट को भरने का काम शुरू करेंगे, ताकि कोसी में मिट्टी बह जाने का वो लंबा-चौड़ा बिल सरकार से ले सकें. दरअसल, कोसी तटबंध की मरम्मती के नाम पर हर साल बिहार सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं. फिर भी हर साल कोसी की तबाही सामने आती है.
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अधिकारियों ने झाड़ा पल्ला
इस बाबत जब कोशी प्रोजेक्ट के कार्यपालक अभियंता से जानकारी लेने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कार्य की अधिकता बताकर मिलने से इंकार कर दिया. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या विभाग बड़ी त्रासदी का इंतजार कर रहा है? क्योंकि अगर समय रहते तटबंध को सुरक्षित नहीं किया गया तो त्रासदी इंकार नहीं किया जा सकता है.
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