CBI Investigation NEET Paper Leak Case: नीट पेपर लीक मामला में आर्थिक अपराध इकाई ने मंगलवार (25 जून) को सीबीआई को सभी कागजात सौंप दिए हैं. एजेंसी ने अनुसंधान को समाप्त कर दिया है. एजेंसी ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि अब इस पूरे मामले की आगे जांच सीबीआई करेगी आज के बाद आर्थिक अपराध  नीट पेपर लीक कांड मामले में कोई भी जांच नहीं करेगा और जांच खत्म कर दी गई है.


केंद्रीय शिक्षा विभाग ने सौंपा सीबीआई को केस


22 जून को ही नीट पेपर लीक मामले की जांच के लिए सीबीआई को केंद्रीय शिक्षा विभाग ने जिम्मा सौंपा था, जिसके बाद 24 जून को दिल्ली से पटना CBI की टीम पहुंची थी. इस दौरान सीबीआई के अधिकारियों ने ईओयू की टीम से लंबी बातचीत कर एक-एक बिंदुओं पर चर्चा की थी. अब ईओयू ने आधिकारिक तौर पर ये जानकारी दे दी है कि नीट पेपर लीक मामले की जांच अब सीबीआई करेगी.


 ईओयू ने ये भी जानकारी दी है कि आज सीबीआई को सभी महत्वपूर्ण कागजात सौंप दिए गए हैं. वहीं अपने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि आज से ईओयू अनुसंधान को समाप्त कर रही है. एजेंसी ने कहा है कि अब इस पूरे मामले की आगे अनुसंधान जांच सीबीआई करेगी. बता दें कि देश भर में नीट पेपर लीक मामले की जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को देने की मांग की जा रही थी, जिसे देखते हुए केंद्र सरकार ने ये फैसला लिया. 


बिहार-झारखंड से जुड़े हैं पेपर लीक के तार


बता दें कि पटना पुलिस को 5 मई को हुए नीट एग्जाम से पहले ही कुछ गड़बड़ी की जानकारी मिली थी. जिसके बाद पटना पुलिस ने झारखंड नंबर की डस्टर कार तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. जिसमें सिकंदर यादवेंदु, अखिलेश कुमार और बिट्टू कुमार शामिल थे. कार से चार उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड भी मिले थे. इनसे पूछताछ में सिकंदर ने संजीव सिंह रॉकी, नीतीश और अमित आनंद का नाम लिया था. ये लोग इसी गैंग के सदस्य थे.


इसके बाद जांच आगे बढ़ी और शास्त्री नगर थाना पुलिस ने कांड संख्या 358/24 दर्ज करके आगे की कार्रवाई में जुट गई, जिसके बाद इस मामले में बिहार और झारखंड से कुल 18 लोग गिरफ्तार किए गए, जिसमें साल्वर गैंग के सरगना भी शामिल हैं. अब सीबीआई नए सिरे से इस मामले में अपनी जांच को आगे बढ़ाएगी. 


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