Bihar Teacher News: बिहार में 23 हजार 801 नियोजित शिक्षकों के एक या एक से अधिक प्रमाण पत्र संदिग्ध पाए गए हैं. ऐसे संदिग्ध प्रमाण पत्रों की दोबारा जांच कराई जाएगी. दोषी पाए जाने पर शिक्षकों पर कार्रवाई तय है. इसके साथ ही बिहार में सक्षमता परीक्षा (Sakshamta Pariksha) पास एक लाख 87 हजार 818 नियोजित शिक्षकों में से 96 नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट प्रथम दृष्टया में फर्जी पाए गए हैं. बीते गुरुवार (17 अक्टूबर) को शिक्षा विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक योगेंद्र सिंह की ओर से इस संबंध में रिपोर्ट जारी की गई है.


वैध कारण वाले शिक्षकों को दोबारा मिलेगा मौका


बताया गया है कि किसी कारण से काउंसलिंग से गैरहाजिर और वैध कारण वाले शिक्षकों को दोबारा काउंसलिंग का मौका दिया जाएगा. इसके लिए तारीख बता दी जाएगी. बता दें कि सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों की हुई काउंसलिंग के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में बीते सोमवार (14 अक्टूबर) को बैठक हुई थी. उसमें यह निर्णय लिया गया है कि फर्जी सर्टिफिकेट वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी. 


फर्जी सर्टिफिकेट की जांच करेगी समिति


उधर दूसरी ओर जिन 96 शिक्षकों के सर्टिफिकेट फर्जी लग रहे हैं उसकी जांच होगी. शिक्षा विभाग के राज्य मुख्यालय स्तर से गठित समिति इसकी जांच करेगी. वहीं जिन 23 हजार 801 नियोजित शिक्षकों के एक या एक से अधिक सर्टिफिकेट संदिग्ध पाए गए हैं उन्हें फिर से सही प्रमाणपत्र अपलोड करने का मौका मिलेगा. इसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा सॉफ्टवेयर में विकल्प दिया जाएगा. हालांकि पहले वाला सर्टिफिकेट भी रहेगा ताकि दोनों की तुलना हो सके. 


एक अगस्त से 13 सितंबर के बीच हुई काउंसलिंग


बता दें कि पहली सक्षमता परीक्षा पास एक लाख 87 हजार 818 नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग एक अगस्त से 13 सितंबर तक थी. इसमें एक लाख 84 हजार 452 ही उपस्थित हुए थे. तीन हजार 366 नियोजित शिक्षक अनुपस्थित रहे थे. उपस्थित एक लाख 84 हजार 452 नियोजित शिक्षकों में से एक लाख 73 हजार 527 की काउंसलिंग हुई थी. 


कई शिक्षकों की काउंसलिंग में आई थी दिक्कत


जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि 10 हजार 925 नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग विभिन्न कारणों से नहीं हो पाई थी. इनमें से 10 हजार 219 नियोजित शिक्षकों का बायोमेट्रिक सत्यापित हुआ लेकिन आधार नहीं. वहीं 32 नियोजित शिक्षकों का आधार सत्यापित हुआ, लेकिन बायोमेट्रिक नहीं. 311 नियोजित शिक्षकों का बायोमेट्रिक और आधार तो सत्यापित हुआ, लेकिन मोबाइल नहीं रहने के कारण ओटीपी नहीं गया. 


वहीं दूसरी ओर 124 ऐसे नियोजित शिक्षक हैं जिनके बायोमेट्रिक और आधार तो सत्यापित है, लेकिन प्रमाणपत्रों का सत्यापन लंबित है. ऐसे में तय किया गया है कि काउंसलिंग में अनुपस्थित तीन हजार 366 नियोजित शिक्षकों को फिर से काउंसलिंग का अवसर मिलेगा. साथ ही जिनका बायोमेट्रिक या आधार सत्यापित नहीं हुआ है उन्हें भी फिर से मौका मिलेगा. 


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