Inspecting Government Schools Through Video Call: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ (Dr S Siddharth) तो के के पाठक से भी दो हाथ आगे निकले.., नियम का पालन करवाने में तो एस सिद्धार्थ के के पाठक से भी सख्त हैं... ये हम नहीं बल्कि स्कूल के वो शिक्षक कह रहे हैं, जो इन दिनों अपर मुख्य सचिव की सक्रियता से डरे हुए हैं. कब किसकी शामत आ जाए कोई शिक्षक नहीं जानता. दरअसल वीडियो कॉल के जरिए इन दिनों सरकारी स्कूलों का निरीक्षण हो रहा है, जिसे लेकर स्कूलों में हड़कंप मचा है.
वीडियो कॉल से एस सिद्धार्थ कर रहे स्कूलों का निरीक्षण
बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ रोजाना किसी ना किसी स्कूल में अचानक वीडियो कॉल कर देते हैं, ये सिलसिला चार दिनों से चल रहा है. अब तक 40 स्कूलों का निरीक्षण वो कर चुके हैं, जहां की स्थिति से वो बहुत नाराज दिखे, हर स्कूल में कोई ना कोई शिक्षक लापरवाही करते पकड़ा गया. कई विद्यालयों में कमियां पाई गईं. कुछ शिक्षक अनुपस्थित पाए गए. स्कूल छोड़ कर कोई सब्जी लाने गया था तो कोई फोन पर बात करने में व्यस्त मिला. 4 दिनों के निरीक्षण के बाद दो अधिकारियों और एक हेडमास्टर पर कार्रवाई भी हुई है.
इसी क्रम में सोमवार 16 दिसंबर को अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने मधेपुरा के यूएमएस घोरदौल, कुमारखंड, विद्यालय में वीडियो कॉल किया, जहां क्लास में मौजूद शिक्षिका कुमारी जूही भारती ने बताया कि वो साइंस पढ़ाती हैं, लेकिन स्कूल में बच्चे बहुत कम आते हैं. इस पर अपर मुख्य सचिव ने पूछा कि क्यों बच्चे कम आते हैं? आप लोग बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रेरित कीजिए. इस पर उन्होंने कहा जी सर हम लोग इस पर ध्यान दे रहे हैं. एस सिद्धार्थ ने एचएम एमडी गियासउद्दीन ने भी स्कूल का हाल चाल जाना.
हालांकि इससे पहले 12 दिसंबर को सबसे पहला कॉल पश्चिमी चंपारण के राजकीय मध्य विद्यालय भीथा में किया गया था, जहां एक शिक्षक इमाम कौसर ने फोन उठाया था. एसीएस सिद्धार्थ ने जब दूसरे शिक्षक अब्दुल वहाब अंसारी के बारे में पूछा तो इमाम कौसर ने बताया कि वे क्लास ले रहे हैं. एस सिद्धार्थ ने पूछा कि आप बाहर क्या कर रहे हैं? आप क्लास में क्यों नहीं हैं? इस पर शिक्षक ने बताया कि वे क्लास ले रहे हैं और फोन आने पर बाहर आ गए.
इसके बाद सिद्धार्थ ने स्कूल में बच्चों की गिनती कराई और बिल्डिंग आदि के बारे में भी जानकारी ली. इसके बाद मधुबनी के एक स्कूल में जब एस सिद्धार्थ ने कॉल लगाया तो वहां छह शिक्षक थे, लेकिन एक भी स्कूल में मौजूद नहीं थे. एक टोला सेवक के भरोसे स्कूल छोड़कर सभी शिक्षक गायब थे. एस सिद्धार्थ ने जब टोला सेवक से पूछा कि शिक्षक कहां हैं, तो उसने बताया कि शिक्षक सब्जी लाने गए हैं, ये सुनकर अपर मुख्य सचिव नाराज हुए और तुरंत इस स्कूल पर कार्रवाई का आदेश दिया.
एसीएस रोजाना 10 स्कूलों की जानते हैं स्थिति
बता दें कि बिहार के सरकारी स्कूलों की पढ़ाई में सुधार लाने की शिक्षा विभाग भरपूर कोशिश कर रहा है. इसीलिए अब अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ रोजाना 10 स्कूलों के हेडमास्टर और शिक्षकों से वीडियो कॉल पर बात करके स्कूलों की स्थिति जानने की कोशिश कर रहे हैं. इससे स्कूलों की असली स्थिति सामने आ रही है और शिक्षकों की जवाबदेही भी तय हो रही है. एस सिद्धार्थ स्कूल की बच्चों की हाजिरी, साफ-सफाई, बच्चों का ड्रेस, शिक्षकों की उपस्थिति सब कुछ कॉल कर पूछ रहे हैं. वीडियो कॉल से वो स्कूल की तमाम चीजों को भी देखते हैं. स्कूल में मौजूद शिक्षक उन्हें वीडियो से सब कुछ दिखाते हैं.
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