पटना: प्रदेश के सरकारी स्कूलों में छुट्टियों की कटौती को लेकर जारी बवाल के बीच इस फैसले को बिहार सरकार (Bihar Government) ने वापस ले लिया है. स्कूलों में तीज, रक्षाबंधन, जन्माष्टमी जैसे त्योहारों की छुट्टी रद्द कर दी गई थी जबकि छठ और दीपावली की छुट्टियों में कटौती की गई थी. शिक्षा विभाग ने 29 अगस्त को आदेश जारी किया था जिसे आज सोमवार (4 सितंबर) को वापस ले लिया है. इस संबंध में शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिया है.
बवाल बढ़ता देख सरकार ने फैसले को लिया वापस
28 अगस्त से 31 दिसंबर तक सरकारी विद्यालयों में लगभग 23 छुट्टियां थीं, जिसे घटाकर शिक्षा विभाग ने 11 कर दिया था. शिक्षक लगातार इस फैसले का विरोध कर रहे थे. पांच सितंबर से पूरे बिहार में आंदोलन होना था. बवाल बढ़ता देख सरकार ने फैसले को वापस ले लिया.
नीतीश कुमार ने कहा था- हम लोग विचार करेंगे
इस पूरे बवाल के बीच सीएम नीतीश कुमार ने बीते शनिवार (2 सितंबर) को कहा था कि ऐसा कुछ नहीं है. सब लोग अपने बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं और ज्यादा से ज्यादा स्कूल खुले रहेंगे तो बच्चे पढ़ पाएंगे. जो अधिकारी विभाग को समझता है वह अपना काम सही तरीके से कर रहा है. किसी को अगर इसमें गलत लग रहा है तो मेरे पास आए और मुझसे कहे कि इसमें क्या कमी है. इसके बाद उस पर हम लोग विचार करेंगे.
बिहार में आंदोलन करने वाले थे शिक्षक
बता दें कि सरकार के फैसले को लेकर शिक्षकों में नाराजगी थी. पांच सितंबर से शिक्षक प्रतीकात्मक आंदोलन करने वाले थे. कहा था कि शिक्षक दिवस के दिन शिक्षक काली पट्टी बांधकर काम करेंगे. 9 सितंबर को राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने का एलान किया गया था. 9 सितंबर को ही बिहार में जिला मुख्यालयों में सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी का पुतला दहन भी किया जाना था. इसको लेकर बैठक हुई थी. इसमें करीब 15 शिक्षक संगठन के लोग शामिल हुए थे. शिक्षक संघ ने केके पाठक पर आरोप लगाया था कि उन्हें हिंदू धर्म की जानकारी नहीं है.
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