पटना: बिहार के शिक्षा विभाग में पीत पत्र (Yellow Letter) के बाद बवाल मच गया है. बीजेपी (BJP) इस मामले में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Chandrashekhar) के साथ-साथ सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर भी हमलावर है. इस बीच बड़ी खबर है कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर गुरुवार (6 जुलाई) की सुबह-सुबह आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) से मिलने पहुंच गए.


लालू यादव से मिलकर बाहर आने पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा- "मैं जो मीडिया के माध्यम से देख रहा हूं उसी से वाकिफ हुआ हूं. मैं उन्हीं चीजों को देख रहा हूं." पीत पत्र को लेकर जारी बवाल के बीच एक सवाल पर कि मंत्री बड़ा कि अपर मुख्य सचिव इस पर चंद्रशेखर ने कहा कि संविधान के अनुसार बता दें कि कौन बड़ा है. आपके आप्त सचिव को कार्यालय में घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है इसके जवाब में मंत्री ने कहा कि इन्हीं चीजों को समझना है.


चंद्रशेखर बोले- बीजेपी का काम है आरोप लगाना


वहीं पत्रकारों ने जब चंद्रशेखर से पूछा कि क्या आपके विभाग में आपकी नहीं चल रही है इस पर शिक्षा मंत्री ने कुछ नहीं कहा. बीजेपी की ओर से उठाए जा रहे सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री ने कहा कि उनका तो काम ही है आरोप लगाना. सब लोग अपने काम में लगे हैं. केके पाठक से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि यह केके पाठक से पूछा जाए. हालांकि लालू से क्या बात हुई है इस पर कुछ नहीं कहा.


क्या है मामला?


बता दें कि शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर के सरकारी आप्त सचिव ने विभाग के अपर मुख्य सचिव को लेकर एक पीत पत्र लिखा था. पत्र में लिखा गया था कि ऐसा देखा जा रहा है कि कई मामलों में सरकार के कार्य संहिता के हिसाब से काम नहीं कराए जा रहे हैं. साथ ही और बातें लिखी गई थीं. इस पत्र के जवाब में आप्त सचिव को ही कड़ी फटकार लगाई है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर निदेशक प्रशासन की तरफ से यह आदेश जारी किया गया है. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव केके पाठक को पीत पत्र आप्त सचिव कृष्णा नंद यादव ने लिखा था. 


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