...तो बिहार में शिक्षकों के ट्रांसफर पर फंसेगा पेंच! 190332 आवेदन आए, विभाग का सिर चकराया
Bihar Teacher Transfer Posting: बड़ी संख्या में आवेदन आने से शिक्षा विभाग असमंजस में है. जनवरी के पहले सप्ताह में ही ट्रांसफर होना था. अब यह मुश्किल लग रहा है.
Bihar Teacher Transfer Posting: बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने असाध्य रोग और अधिक दूरी वाले शिक्षकों की ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए एक से 15 दिसंबर तक आवेदन देने का समय रखा था. विभाग का दावा था कि 15 से 31 दिसंबर तक आवेदनों का अवलोकन कर ट्रांसफर-पोस्टिंग की प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी. जनवरी के पहले सप्ताह में ट्रांसफर होकर गए शिक्षक अपने नए स्कूलों में योगदान दे सकेंगे. अब लग रहा यह मुश्किल है.
दरअसल, आवेदन की अंतिम तारीख 15 दिसंबर थी. 15 दिसंबर तक कुल एक लाख 90 हजार 332 शिक्षकों ने ट्रांसफर के लिए आवेदन दिया. इससे शिक्षा विभाग के सामने परेशानी खड़ी हो गई कि इतनी बड़ी संख्या में ट्रांसफर पोस्टिंग कैसे की जाए? ऐसे में ट्रांसफर-पोस्टिंग की प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हो पाई है.
ऐसे शिक्षकों के आवेदन की संख्या 1,62,167 हैं, जो अपने गांव के नजदीक विद्यालय में पोस्टिंग चाहते हैं. 19,674 आवेदन साक्षमता पास शिक्षकों के भी हैं. 27,000 के करीब नियोजित शिक्षक भी हैं जो बीपीएससी से शिक्षक नियुक्त किए गए अब वह पहले के स्कूल में आना चाह रहे हैं. वहीं अंतर जिला वाले ट्रांसफर के आवेदनों की संख्या 63,644 है.
दूरी के लिए भी तय होंगे मानक
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग अंतर जिला वालों की ट्रांसफर-पोस्टिंग करने का विचार कर रहा है. विभाग विषय वार ट्रांसफर करेगा क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में जो आवेदन आए हैं उसके अनुसार पहले से स्कूल में कार्यरत शिक्षकों को इधर-उधर करना भी बड़ा मुश्किल भरा काम है. विभाग अब दूरी के लिए भी मानक तय करने पर विचार कर रहा है.
क्या जनवरी में हो पाएगी ट्रांसफर पोस्टिंग?
अगर भभुआ से किशनगंज वाले शिक्षक दूरी बता रहे हैं तो उसे माना जा सकता है, लेकिन पटना से अरवल या पटना से नालंदा की दूरी को भी बहुत ज्यादा दूरी कहा जा सकता है? ऐसी स्थिति क्यों बनी हुई है इस पर विचार किया जा रहा है. कुल मिलाकर यह तय माना जा रहा है कि जनवरी (2025) में ट्रांसफर-पोस्टिंग की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकती है.
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