पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Chandrashekhar) रामचरितमानस (Ramcharitmanas) को लेकर दिए गए अपने विवादित बयानों से अब बैकफुट पर आ गए हैं. हाल ही में हिंदी दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि रामचरितमानस में पोटेशियम साइनाइड है. जब तक यह रहेगा तब तक इसका विरोध करते रहेंगे. बुधवार (20 सितंबर) को सीतामढ़ी पहुंचे शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर अपनी बात से पलट गए.
चंद्रशेखर ने कहा कि मैं कब भगवान के खिलाफ हो गया? मैं कब ईश्वर के खिलाफ हो गया? वकतव्य में देखिए कि कहीं मैं भगवान और ईश्वर के खिलाफ हूं. मुझे बता दीजिए मैं आपको चुनौती देता हूं. पत्रकार की ओर से साइनाइड को लेकर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर से किए गए सवाल पर उन्होंने कहा- "आप मेरी बात समिझिए, मैं अगर कहीं भगवान और ईश्वर के खिलाफ बोला हूं तो विजुअल दिखा दीजिए. आप जो बात कह रहे हैं अगर चंद्रशेखर ने कहा तो ये बड़ी आपत्ति है. मेरी जीभ की कीमत दस करोड़ हो गई."
समस्तीपुर में दिखाया गया काला झंडा
दरअसल बुधवार को शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सीतामढ़ी में श्री राधे कृष्ण गोयनका कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम के शामिल होने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान भारतीय जनता युवा मोर्चा के दर्जनों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने पहले तो शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की और बाद में काला झंडा भी दिखाया. इसको लेकर पुलिस ने प्रिंस तिवारी समेत दो युवकों को हिरासत में लिया था.
रामचरितमान पर लगातार टिप्पणी कर रहे चंद्रशेखर
बता दें कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर लगातार रामचरितमानस को लेकर विवादित टिप्पणी कर रहे हैं. पोटेशियम साइनाइड वाले बयान पर जेडीयू के साथ-साथ आरजेडी के नेताओं ने भी चंद्रशेखर को नसीहत दी थी. साफ कहा था कि किसी भी धर्म को लेकर विशेष टिप्पणी करने से बचना चाहिए.
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