पटना: बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने मंगलवार को बजट सत्र के दौरान सदन में बड़ा एलान किया है. बिहार विधान परिषद में शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार में अब एसटीईटी सर्टिफिकेट आजीवन वैलिड रहेगा. उन्होंने कहा कि क्लास 1 से 8 तक की शिक्षक नियुक्ति से जुड़ी टीईटी प्रमाणपत्र की वैधता 7 साल से बढ़ाकर आजीवन करने का फैसला लिया गया है. गौरतलब है कि केंद्रीय स्तर पर ली जाने वाली टीईटी की परीक्षा की सर्टिफिकेट की मान्यता पहले से ही आजीवन है.


इन अभ्यर्थियों को मिलेगा लाभ


बता दें कि बिहार सरकार के इस फैसले का सूबे के वैसे सभी शिक्षक अभ्यर्थियों को लाभ मिलेगा जिन्होंने अक्टूबर, 2020 के बाद होने वाली परीक्षाओं में हिस्सा लिया और उसे क्वालीफाई किया है. इससे पहले के अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट की मान्यता सात साल ही रहेगी. गौरतलब है कि साल 2019 में बिहार सरकार ने टीईटी और एसटीईटी के सर्टिफिकेट की वैधता अवधि दो साल बढ़ाई थी. इससे 2020 में खत्म हो रहे प्रमाणपत्र 2021 तक वैध हो गए थे.


अब दोबारा नहीं देनी पड़ेगी परीक्षा


गौरतलब है कि पिछले साल 28 अक्टूबर को नेशनल काउंसिल फार टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने टीईटी के सर्टिफिकेट को जीवन भर के लिए मान्य करने का फैसला किया था. इससे पहले टीईटी सर्टिफिकेट सिर्फ सात साल के लिए मान्य होता था. ऐसे में सात साल बात अगर शिक्षक अभ्यर्थियों को नौकरी के लिए आवेदन देना होता था, तो उनके सामने दोबारा से परीक्षा पास करने की चुनौती होती थी.


बहरहाल, केंद्र और राज्य सरकार की ओर से शिक्षक अभ्यर्थियों को इतनी बड़ी राहत मिलने के बाद उम्मीद है कि जल्द ही शिक्षकों की बहाली भी की जाएगी, जिससे बेरोजगारी की समस्या कम होगी.