पटना : बिहार विधान सभा चुनाव के मद्देनजर CPI ML ने चुनाव के लिये जारी किया घोषणा पत्र. बिहार में CPI ML 19 सीटों पर महागठबंधन के घटक दल के रूप में ये लड़ रहे हैं.चुनाव. इस घोषणापत्र को पार्टी के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने जारी किया.



घोषणापत्र जारी करते हुए दीपांकर भट्टाचार्या ने क्या कहा




इस घोषणापत्र को जारी करते हुए पार्टी के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार में बदलाव और बेहतर संकल्प को आधार बना है ये घोषणा पत्र .बिहार के लोग गुस्से में हैं. बिहार में शिक्षा और रोज़गार सबसे बड़ी समस्या है. सबसे ज्यादा झूठ बोलने वाली पार्टी है भाजपा, कोरोना पीड़ित प्रवासियों के काम नहीं आयी भाजपा. पलायन रुका नही, रोज़गार यहां है नही.



घोषणापत्र में है ये घोषणाएं



CPI ML ने अपने घोषणा पत्र में रोज़गार पर सबसे ज्यादा जोर दिया है , साथ हीं ये भी लिखा है कि बंद उद्योग को शुरु करना होगा. मनरेगा की शर्त बदलनी है,एक परिवार के जितने भी जॉब कार्डधारी हों उन्हें काम 200 दिन कम से कम काम मिलेगा.सरकारी शिक्षा बेहतर करेंगे. स्वास्थ्य के क्षेत्र में मरीजों के लिये ज्यादा खर्च करेंगे, फ्री में सारी व्यवस्था होगी. पीएचसी की संख्या बढ़ायेंगे, मोहल्ला क्लिनिक बनाएंगे, शहरी स्वास्थ्य के लिये आशा की तरह उषा कार्यकर्ता बहाल करेंगें. एससी एसटी कानून को मजबूती देंगें, सम्प्रदायिक हिंसा के लिये अधिकारी जवाबदेह लेंगे, महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बुजुर्गों को कम से कम 100 रूपये का पेंशन मिलेगा. नियोजित शिक्षकों को समान वेतन समान काम की गारन्टी होगी, गलत मकदमों के कारण जेल में बंद किसान नेताओं की रिहाई होगी, बिहार में मानवाधिकार की रक्षा की गारन्टी होगी.



वर्तमान सरकार पर हमला




CPI ML के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्या ने वर्तमान सरकार पर हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार के पास कोई एजेंडा नही है. सड़कें,पुल टूट रहे हैं, भ्रष्टाचार चरम पर है, अनुभव के आधार पर नीतीश जी वोट मांग रहे हैं जिसकी जरूरत नही है, उनके अनुभव से सिर्फ उन्होने कुर्सी बदलने का फ़ायदा लिया है. इस बार उन्हें सत्ता से बेदखल होने का मिलेगा अनुभव.