पटना: बिहार विधान सभा चुनाव में इस बार भी बाहुबलियों का बोलबाला है. अब एनडीए हो या महागठबंधन, दोनो दलों ने टिकट बंटवारे में बाहुबलियों का खास ख्याल रखा है. चुनाव आयोग के निर्देशानुसार आरजेडी ने अपने सोशल साइट पर 38 दागी उम्मीदवारों के नाम उनके आपराधिक रिकॉर्ड के साथ जारी किया है.अब बात करें आरजेडी में बाहुबलियों की तो पार्टी ने बाहुबली की जमात में भी बाजी मार ली है, और कई बाहुबलियों के साथ-साथ उनके परिवार के लोगों को भी टिकट देने में दरियादिली दिखाई है. ऐसे बाहुबली जिनपर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, और जो जेल में बंद हैं, उन्हे या उनके परिजनों को इस बार दंगल में उतार जीत की दावेदारी में जुट गई है पार्टी.
बाहुबलियों का बोलबाला
आरजेडी के बाहुबली उम्मीदवारों की बात करें, तो जेल में बंद बाहुबली विधायक अनंत सिंह को पार्टी ने टिकट दिया है और वो इस बार मोकामा से चुनावी मैदान में हैं, और नामांकन भी कर चुके हैं. वहीं सहरसा से बाहुबली सांसद रहे आनंद मोहन की पत्नी भी चुनावी मैदान में है. राजद ने आनंद मोहन की पत्नी और उनके बेटे चेतन आनंद को भी टिकट दिया है. चेतन आनंद जहां अपने परिवार की परंपरागत सीट शिवहर से चुनावी मैदान में होंगे तो वहीं उनकी मां लवली आनंद सहरसा से चुनाव लड़ेंगीं. लवली आनंद को पूर्व मुख्य मंत्री राबड़ी देवी ने पार्टी का सिंबल भी दे दिया है. सूत्रों की माने तो लवली आनंद 19 अक्टूबर को अपना नामांकन दाखिल करेंगी.
प्रभुनाथ सिंह के बेटे को भी बनाया उम्मीदवार
वर्तमान बिहार की राजनीति में छपरा पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के इलाके से हीं जाना जाता है. प्रभुनाथ सिंह का नाम बाहुबली की लिस्ट में शुमार है, इन्हे लालू का काफी करीबी भी माना जाता है. प्रभुनाथ सिंह फिलहाल झारखंड की जेल में बंद हैं. इस बार के चुनाव में इनके बेटे रणधीर सिंह को आरजेडी ने टिकट दिया है.
आरजेडी की महत्वपूर्ण सीट सीवान जहां शहाबुद्दीन का सिक्का चलता है. इस बार भी पार्टी की चाहत थी कि शहाबुद्दीन की पत्नी हीना शहाब सीवान की रघुनाथपुर सीट से चुनावी मैदान में आए लेकिन हीना ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया, तब रघुनाथपुर से शहाबुद्दीन के बेहद करीबी माने जाने वाले हरिशंकर यादव को आरजेडी का सिंबल दिया है.
आरजेडी से जिन अन्य बाहुबलियों के परिवार को टिकट मिला है उनमें अरूण यादव, राजबल्लभ यादव , रामा सिंह जैसे चेहरे भी शामिल हैं.