बिहार चुनाव: आज नीतीश सरकार के 12 मंत्रियों का सियासी भविष्य दांव पर, जानें चुनाव से संबंधित हर जरूरी बात
आखिरी चरण में 1204 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है. इनमें से 1094 पुरूष और 110 महिला शामिल हैं. सबसे ज्यादा 31 उम्मीदवार गायघाट से हैं.
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तीसरे और आखिरी चरण के आज होने वाले मतदान में नीतीश सरकार के 12 मंत्रियों का सियासी भविष्य दांव पर लगा है. आज तीसरे चरण में 78 सीटों पर वोटिंग होनी है. इस चरण में मतदाता महागठबंधन के भी कई दिग्गज नेताओं का राजनीतिक भविष्य तय करेंगे. 15 जिलों की 78 सीटों पर 2.35 करोड़ से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे, जिनके लिए 33,782 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
12 मंत्रियों का सियासी भविष्य दांव पर तीसरे चरण के चुनाव में पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, वैशाली और समस्तीपुर जिलों के विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी के अलावा राज्य के मंत्रियों में विजेन्द्र प्रसाद यादव, नरेंद्र नारायण यादव, महेश्वर हजारी, रामदेव ऋषिदेव, फिरोज अहमद, लक्ष्मेश्वर राय, बीमा भारती, मदन सहनी, सुरेश शर्मा, प्रमोद कुमार, बिनोद नारायण झा और कृष्ण कुमार ऋषि चुनावी मैदान में हैं.
इसके अलावा मधेपुरा के बिहारीगंज से सुभाषिनी यादव कांग्रेस की उम्मीदवार हैं, जो अपने पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव की राजनीतिक विरासत को बचाने चुनावी मैदान में पहली बार उतरी हैं. इसके अलावा केवटी से आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी, बोचहा से रमई राम, सहरसा से लवली आनंद की भी किस्मत दांव पर लगी है.
RJD ने उतारे सबसे ज्यादा उम्मीदवार आखिरी चरण में 1204 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है. इनमें से 1094 पुरूष और 110 महिला शामिल हैं. सबसे ज्यादा 31 उम्मीदवार गायघाट से हैं जबकि सबसे कम नौ उम्मीदवार ढाका, त्रिवेणीगंज, जोकीहाट और बहादुरगंज से हैं. एनडीए की ओर से जेडीयू ने 37, बीजेपी ने 35, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने 5 और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने 1 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे हैं. वहीं विरोधी दलों के महागठबंधन में आरजेडी ने सबसे ज्यादा 46, कांग्रेस ने 25, और सीपीआई (एमएल) ने 5, सीपीआई ने 2 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं. इसके अलावा लोजपा ने भी 42 उम्मीदवार उतारे हैं.
मतदान केंद्रों पर सुरक्षा चाकचौबंद सभी 78 विधानसभा क्षेत्रों में 33,782 मतदान केंद्रों पर चाकचौबंद सुरक्षा व्यवस्था के तहत अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है. चुनिंदा मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की भी व्यवस्था है. नदी से लगे इलाकों में निगरानी रखी जाएगी और घुड़सवार दस्ते और हवाई निगरानी की भी व्यवस्था होगी.
आयोग ने बताया कि आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने की तारीख के बाद से अब तक बीकन लाइट, झंडा आदि के दुरुपयोग के 125 मामले, लाउडस्पीकर अधिनियम के उल्लंघन के 42 मामले, अवैध बैठक करने के 135 मामले, मतदाताओं को अनुचित लाभ पहुंचाने के 13 मामले, अन्य तरह के उल्लंघन के 186 मामलों सहित कुल 501 मामले दर्ज किए गए हैं.
वाल्मिकी नगर लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव आज विधानसभा चुनाव के साथ ही आज वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव के तहत वोटिंग होगी. इस सीट पर जेडीयू सांसद वैद्यनाथ महतों के निधन के कारण उपचुनाव कराया जा रहा है. इस संसदीय सीट पर अपना कब्जा बनाए रखने के प्रयास के तहत जेडीयू ने दिवंगत वैद्यनाथ महतों के पुत्र सुनील कुमार को टिकट दिया है.
सुनील कुमार का मुख्य मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार और पत्रकारिता से राजनीति में आए प्रवेश कुमार मिश्रा से है. कुल 07 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनके लिए कुल 1727837 वोटर्स हैं, जिसमें 806609 महिला और 95 ट्रांस जेंडर शामिल हैं. वाल्मीकिनगर लोकसभा उपनिर्वाचन 2020 के लिए 2478 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
ये भी पढ़ें- बिहार चुनाव: NDA और महागठबंधन के लिए कितनी बड़ी चुनौती है तीसरा चरण, जानें- क्या कहते हैं आंकड़े? Bihar Election: चिराग ने CM नीतीश पर साधा निशाना, कहा- 15 साल सत्ता में रहने के बाद भी लेना पड़ता है सहारा