पटना: बिहार विधान सभा चुनाव में आरजेडी इस बार बाहुबलियों के भरोसे अपनी चुनावी वैतरणी पार करने में जुटी है. इसी कड़ी में राजद ने एक और बाहुबली को टिकट दिया है, नाम है रीतलाल यादव.
एबीपी ने जब रीतलाल यादव से पुछा आपकी छवि बाहुबली की है कितना इत्तेफाक रखते हैं इससे आप तो रीतलाल यादव ने कहा "मैं बाहुबली था, मैं बाहुबली हूं, और मैं बाहुबली रहूंगाम मगर जनता के समर्थन से".


आरजेडी के दानापुर प्रत्याशी हैं रीतलाल यादव


रीतलाल यादव की पहचान दानापुर विधान सभा क्षेत्र में बाहुबली की है. 2010 में ये निर्दलीय चुनाव लड़े थे, निर्दलीय प्रत्याशी होने के बावजूद 42 हजार वोट इनके खाते में आए थे. लेकिन इस चुनाव में वो हार गए .2015 में निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में जेल में रहते विधान परिषद का चुनाव लड़े और जीत गए फिलहाल रीतलाल विधान पार्षद हैं.


रीतलाल ने कहा लालू यादव ने नहीं दी थी टिकट


एबीपी से बातचीत में रीतलाल यादव ने कहा कि 2009 से हीं आरजेडी से चुनाव लड़ने की थी चाहत लेकिन राजद सुप्रीमों लालू यादव ने मुझे कभी टिकट हीं नही दिया. तेजस्वी यादव ने मुझ पर भरोसा जताया है और मुझे भी युवा नेतृत्व पर पूरा भरोसा है. वर्तमान बीजेपी विधायक आशा सिन्हा के पति की हत्या का आरोप रीतलाल यादव पर लगा था, और अब रीतलाल यादव ये कहते हैं कि आशा ने दानापुर की जनता की आशा पर पानी फेर दिया है.आंचल फैलाकर धोखे से ले लिया था वोट. अब जनता की आंख खुल गई,जनता मेरे साथ है.


रीतलाल की दानापुर के लिए प्राथमिकताएं


जीत के पहले हीं जीत को लेकर आश्वस्त दिखे रीतलाल ने कहा कि आरजेडी सुप्रीमों लालू यादव के सपने को करुंगा सच, दियारा क्षेत्र में बनाऊंगा पक्का पुल और उपरवार क्षेत्र को करुंगा जलजमाव से मुक्त.


कौन है रीतलाल यादव


रीतलाल यादव भाजपा नेता सत्यनारायण सिन्हा हत्याकांड मामले में आरोपित हैं, जिसका ट्रायल चल रहा है. 4 सितंबर 2010 को पुलिस ने रीतलाल को किया था गिरफ्तार.उसके बाद रीतलाल यादव लगातार बेऊर जेल में बंद थे. ईडी ने वर्ष 2012 में रीतलाल यादव पर मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था। यह एमपीएमएल के विशेष कोर्ट में लंबित चल रहा है. इनपर कई आपराधिक मामले कोर्ट में लंबित चल रहे हैं. फिलहाल कोर्ट में लंबित अन्य आपराधिक मामलों में रीतलाल अभी जमानत पर हैं.