Bihar Election 2025: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले से इस बार बीजेपी और जेडीयू में तकरार देखने को मिल सकता है. अभी विधानसभा चुनाव में एक साल का समय है, लेकिन बिहार शरीफ विधानसभा क्षेत्र में जेडीयू नेता खुद को भावी प्रत्याशी घोषित कर इलाके में प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं. इतना ही नहीं पोस्टर में बांट रहे हैं. इस मामले में जिला जेडीयू के प्रवक्ता ने नाराजगी जताई है.


बता दें कि बिहार शरीफ विधानसभा में पूर्व से बीजेपी की दबदबा रही है और अभी भी इस विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के विधायक डॉ. सुनील हैं. मनोज कुमार तांती जो जेडीयू से भावी प्रत्याशी घोषित कर रहे हैं वह बिहार शरीफ नगर निगम के मेयर अनिता देवी के पति हैं. सूत्रों के अनुसार पार्टी अगर टिकट नहीं देती है तो मनोज तांती निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं. मनोज कुमार तांती जेडीयू में दलित सह बुनकर प्रकोष्ठ में पहले प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर थे. अभी वो जेडीयू से जुड़े हुए हैं, लेकिन किसी पोस्ट पर नहीं हैं.


 जेडीयू प्रवक्ता ने जाहिर की नाराजगी


इस संबंध में जिला जेडीयू के प्रवक्ता धनंजय देव ने बताया कि पार्टी के किसी भी नेता को यह हक नहीं है कि वह खुद को पार्टी के चिह्न लगाकर प्रत्याशी घोषित कर प्रचार प्रसार करे. यह बिल्कुल गलत है. उन्होंने आगे कहा कि पार्टी में कोई भावी उम्मीदवार नहीं होते हैं. उम्मीदवार की घोषणा राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्तर पर होता है. 


बीजेपी विधायक ने क्या कहा?


इस संबंध में एबीपी संवाददाता ने बीजेपी विधायक डॉ. सुनील से बात की. उन्होंने कहा कि इस मामले पर वो कुछ भी नही बोलेंगे, लेकिन विधायक ने कहा कि चुनाव लड़ने वाला व्यक्ति क्या बोलेगा? लेकिन जो पोस्टर वायरल किया जा रहा है वो लोगों को बेवकूफ बनाने का काम कर रहे हैं. जेडीयू पार्टी को ध्यान देना चाहिए वो मेरे सामने थोड़ी न प्रत्याशी है.


आगे उन्होंने कहा कि दुनिया के सभी आदमी मेरे सामने चुनाव लड़ा लें उसमें क्या दिक्कत है. मनोज कुमार तांती को आजमाना जरूरी है औकात समझना चाहिए, एक बार गलती से नगर निगम की चुनाव जीत गए तो उनको लगता है वो हीरो हैं. बहुत लोग मैदान में आए थे.


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