सुपौल: सूबे में विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. ऐसे में सुपौल में भी राजनीतिक तापमान बढ़ने लगा है. जिले में कुल 05 विधानसभा सीट हैं, जिनमें फिलहाल तीन सीट सुपौल, त्रिवेणीगंज और निर्मली जेडीयू के कब्जे में है. जबकि पिपरा विधानसभा पर आरजेडी और छातापुर विधानसभा पर बीजेपी का कब्जा है.
इस बार बदल गया है समीकरण
राजनीति के दिग्गजों की मानें तो इस चुनाव में जिले की पांचों सीटों पर एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला होगा. हालांकि बीते विधानसभा चुनाव की तुलना में इस बार इन विधानसभा क्षेत्रों में राजनीतिक समीकरण बदला-बदला सा है. वर्ष 2015 के चुनाव में जहां जेडीयू और बीजेपी ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था, इस बार एनडीए गठबंधन में दोनों प्रमुख दल एक साथ हैं. जबकि आरजेडी के साथ महागठबंधन में कांग्रेस प्रमुख रूप से शामिल है.
बढ़ गयी है प्रत्याशियों की संख्या
यही वजह है कि इस चुनाव में जिले के तकरीबन सभी सीटों पर एनडीए और महागठबंधन उम्मीदवारों के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना व्यक्त की जा रही है. हालांकि एनडीए के दोनों प्रमुख दल जदयू और भाजपा के साथ आ जाने के बाद प्रत्याशियों और दावेदारों की संख्या भी बढ़ गयी है.
विधानसभा चुनाव 2015 का परिणाम
साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में सुपौल सीट पर सूबे के उर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने सातवीं बार विजय दर्ज की थी. उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी किशोर कुमार को 37 हजार 397 मतों से पराजित किया था. मालूम हो कि बिजेंद्र प्रसाद यादव लगातार 30 वर्षों से सुपौल के विधायक हैं. लेकिन इस बार यह विधानसभा सीट इस बार जदयू व एनडीए के लिये प्रतिष्ठा की सीट साबित होगी. बिहार सरकार के उर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव इस बार लगातार 8वीं दफे विरोधियों को चुनौती देंगे.
लवली आंनद को मिल सकता है टिकट
गौरतलब है कि जेडीयू के कद्दावर नेता बिजेंद्र यादव की चुनावी यात्रा 1990 के चुनाव से प्रारंभ हुई उनकी विजयी यात्रा गत चुनाव तक लगातार अजेय साबित हुई है. अब देखना है कि इस बार के चुनाव में उनके विरोध में महागठबंधन किसे उम्मीदवार बनाती है. लेकिन चर्चाओं का बाजार गर्म होने लगा है कि महागठबंधन के उम्मीदवार के रूप में सुपौल से पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी पूर्व सांसद लवली आनंद चुनाव लड़ सकती हैं.
क्षेत्र में लवली आंनद समर्थकों द्वारा जनसंपर्क भी शुरू कर दिया गया है. बताते चले कि आनंद मोहन का कोशी क्षेत्र में खास दबदबा है. ऐसे में मंत्री जी के विधानसभा क्षेत्र से लवली आनंद के चुनावी मैदान उतरने की चर्चाओं से बाजार गर्म है. अब देखना होगा कि जनता बिजेंद्र के विजय रथ को आगे बढ़ाती है या जनता महागठबंधन की उम्मीदवार लवली को ताज पहनाती है.