बिहार चुनाव: टिकट कटने से नाराज चैतन्य पालित ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर किया नामांकन, शक्ति सिंह गोहिल पर लगाया गंभीर आरोप
चैतन्य पालित ने कहा कि मैं पिछले 5 साल से काम कर रहा था, जब टिकट देने की बात आई तो बंद कमरे में शक्ति सिंह गोहिल और वीरेंद्र सिंह राठौर ने दूसरे को टिकट दे दिया है. कांग्रेस पार्टी के लिए शक्ति सिंह गोहिल गद्दार है.
गया: बिहार के गया शहर विधानसभा क्षेत्र से चैतन्य पालित ने खुद को कांग्रेस पार्टी से संभावित उम्मीदवार बता कर लगातार जनसंपर्क अभियान में लगे हुए थे, लेकिन ऐन मौके पर कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया. टिकट कटने से नाराज उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन कर दिया है और अपने ही पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
कांग्रेस ने मेरे साथ किया धोखा
उन्होंने कहा कि पार्टी का निर्देश मिलते ही चुनाव के कई महीने पहले से पार्टी के बैनर तले मैंने कई काम किया, लेकिन सही समय पर कांग्रेस पार्टी ने धोखा दिया है. ऐसे में मैंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन कराया है. कांग्रेस पार्टी के बिहार स्तर के नेता और स्क्रीनिंग कमिटी के सदस्यों ने मेरे पीठ में चाकू मारने का काम किया है.
शक्ति सिंह गोहिल पर लगाया आरोप
चैतन्य ने कहा कि मैं पार्टी के विचारधारा को जन जन तक पहुंचाने का काम, बूथ कमिटी बनाने का काम पिछले 5 साल से करता आ रहा था और जब टिकट देने की बात आई तो बंद कमरे में शक्ति सिंह गोहिल और वीरेंद्र सिंह राठौर ने दूसरे को टिकट दे दिया है. कांग्रेस पार्टी के लिए शक्ति सिंह गोहिल गद्दार है.
वरीय नेताओं से बात करने की कोशिश की
उन्होंने कहा कि लिस्ट जारी होने के पहले कहां सिंबल दिया जाता है? ऐसा कहां होता है? वीरेंद्र सिंह राठौर और शक्ति सिंह गोहिल ने भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए मजबूत प्रत्याशियों का टिकट काट दिया है. इस संबंध में मैंने राहुल गांधी और सोनिया गांधी सहित कई वरीय नेताओं को मेल और फोन किया लेकिन सारे नेताओं ने फोन बंद कर दिया है.