पटना: बेटे का फर्ज निभाने के बाद एलजेपी अध्यक्ष एक बार फिर चुनावी मैदान में उतर गए हैं. मंगलवार को पिता का क्रिया-कर्म सम्पन्न करने के बाद उन्होंने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी मैनिफेस्टो जारी किया. विजन डॉक्यूमेंट नामक घोषणा पत्र जारी करते हुए उन्होंने कहा कि यह केवल घोषणा पत्र नहीं बल्कि बिहार के लाखों लोगों के सुझाव से तैयार किया गया एक विज़न है. वहीं पापा के 51 साल के सकारात्मक राजनीति का यह सार है.


प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हमेशा की तरह नीतीश कुमार पर हमलावर दिखें और इस बार तो उन्होंने नीतीश कुमार की तुलना अंग्रेजों से कर दी. चिराग ने कहा, " अंग्रेज हम लोगों को बांटते थे और राज करते थे. फूट डालो, राज करो की पॉलिसी वहां से आई थी और वही काम आज हमारे मुख्यमंत्री करते हैं. दलित को महादलित, पिछड़ा को अतिपिछड़ा में बांट दिया और सबको वोट बैंक बनाया गया. अपिजमेंट की पॉलिटिक्स उसके बाद शुरू की गई है. फिर झूठे वादे किए गए."


चिराग ने कहा, " बताईये जिस मुख्यमंत्री की सोच यह हो कि तुम्हारे परिवार में जब किसी की हत्या होगी तब तुम्हें सरकारी नौकरी मिलेगी, तो उस प्रदेश का क्या होगा? मुख्यमंत्री इस बात को लेकर बोलते हैं कि सरकारी नौकरी कहाँ कोई देता है? कौन से देश में ऐसी परंपरा है? अरे क्यों नहीं है, आप मुख्यमंत्री हैं प्रदेश के आपसे अपेक्षा नहीं रखेंगे रोजगार की तो किससे रखेंगे? सरकारी नौकरी आप दे नहीं सकते कारखानों को लेकर हाथ खड़े कर दिए. और भी राज्य लैंडलॉक है लेकिन वहां के हालात और यहां के हालात का आंकलन कर लीजिए."


बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में पूर्व में घोषणा की थी कि अतिपिछड़ा और महादलित के परिवार में अगर किसी की हत्या होती है तो उनके आश्रितों में से किसी एक को सरकार सरकारी नौकरी देगी, ताकि उनका घर परिवार चल सके. उनके इसी घोषणा को लेकर चिराग ने उनपर निशाना साधा है.