पटना: बिहार विधान सभा चुनाव में ज्वलन्त मुद्दा बना एलजेपी का विजन डॉक्यूमेंट लॉन्च.एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने इस विजन डॉक्यूमेंट को लॉन्च किया. इस मौके पर चिराग ने अपने पिता राम विलास पासवान को किया याद.




चिराग हुए भावुक किया पिता को याद




चिराग पासवान ने इस विजन डॉक्यूमेंट को लॉन्च करते समय अपने पिता राम विलास पासवान को याद करते हुए कहा कि उनकी जो अंतिम इच्छा थी बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट उसे आज समर्पित कर रहा हूं. 4 लाख से ज्यादा बिहार के लोगों के सुझाव से तैयार किया गया है इसे. पापा ने अस्पताल में रहते हुए भी इस डॉक्यूमेंट में बदलाव करते रहे, इसमे बिहार की शायद ही कोई ऐसी समस्या हो जिसका जिक्र नही किया गया हो.




विजन ड़ॉक्यूमेंट के सहारे मुख्यमंत्री को सुनाई खरी खोटी




इस लॉन्च के मौके पर चिराग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम नयी उंचाई छू रहे हैं, मगर बिहार में क्या हो रहा है,नली गली और पानी का जिक्र हो रहा है ये तो कब का हो जाना था।. पलायन चिंता का विषय है. देश युवा है और बिहार बुजुर्ग होता जा रहा है, सिर्फ हमलोग विकास की चर्चा किये मगर बिहार में विकास नही हुआ.मौजूदा मुख्यमंत्री को देख कर आश्चर्य होता है कि अभी तक जातीयता और सम्प्रदायिक्ता की बात करते हैं, मुख्यमंत्री बांटों और राज करो की राजनीति करते रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कुछ नही किया,आप सरकारी नौकरी दे नही सकते, कारखाना में हाथ खड़े किये. मुख्यमंत्री जी के कार्यकाल में कितने कारखाने बंद हो गये. ये युवा विरोधी मुख्यमंत्री हैं.




विजन डॉक्यूमेंट में लिखी हैं ये बातें



एलजेपी के इस विजन डॉक्यूमेंट में कई लुभावनी बातें लिखी हैं. इनमें सबसे उपर लिखा है मेरा बिहार मेरा अभिमान रहा है. पलायन रोकने की तैयारी क्यों नही हुई है,शिक्षकों में आक्रोश क्यों, शिक्षा के क्षेत्र में हर दो जिला पर एक मेडिकल कॉलेज, बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में महिला चिकित्सकों की ज्यादा बहाली, बाढ़ से बचने को केनाल बनाना,नदियों को जोड़ना है, समान काम समान वेतन,पर्यटन मे अनंत सम्भावनायें,नारी सशक्तीकरण,उद्योग की स्थापना.मिडियाकर्मी और वकील को सस्ते दर पर आवास,किन्नरों को बंग्ला योजना से जोड़ा जायेगा.
साथ हीं चिराग ने मुख्यमंत्री पर हमलावर होते हुए कहा मुख्यमंत्री युवा विरोधी हैं जिन्होने बिगाड़ी बिहार की छवि. बिहारी को मुख्यमंत्री ने गाली बना दिया है. गर्व से कहो हम बिहारी हैं. मेरी लड़ाई बिहारी अस्मिता की लड़ाई.