पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू परिवार और अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला है. सीएम नीतीश ने सोमवार को वैशाली के महानार में आयोजित सभा के दौरान कहा, " किसी को प्रजनन दर के बारे में क्या मालूम है? आठ-आठ, नौ- नौ बच्चा-बच्ची पैदा करते हैं. बेटी पर भरोसा ही नहीं. कई बेटियां पैदा हो गईं, तब बेटा पैदा हुआ. ये कैसा बिहार बनाना चाहते हैं? यही लोग आदर्श हैं, तो सोचिए क्या बिहार का हाल होगा. कोई पूछने वाला नहीं होगा.
जनसभा के दौरान नीतीश कुमार ने लालू और तेजस्वी का नाम लिए बगैर पहली बार महागठबंधन से अलग होने को लेकर बड़ा आरोप लगाया. सीएम नीतीश ने खुलासा किया कि आखिर उन्हें महागठबंधन से अलग होने का निर्णय क्यों लेना पड़ा. सीएम नीतीश ने कहा कि हम एक साल आठ महीने के बाद उनसे अलग हो गये. उनपर जो केस चल रहा था, तो हमने कहा कि एक्सप्लेन कर दीजिए. एक्सप्लेन करने की स्थिति में नहीं थे.
सीएम नीतीश ने कहा, " उन्होंने पुराना गड़बड़ी करना शुरू कर दिया. थाना से लेकर इधर- उधर, बायां-दायां. हमको लगा कि हम तो इस तरह से काम नहीं कर सकते हैं. इस लिए हमने छोड़ दिया. बाद में भाजपा ने समर्थन दिया और फिर से सरकार बन गई. हम जैसे पहले काम कर रहे थे, वैसे ही आज भी कर रहे हैं."
तेजस्वी के जाति आधारित भाषण पर टिपण्णी करते हुए कहा कि हमलोगों का रघुवंश बाबू से पुराना संबंध रहा है. जेपी के आंदोलन में जब इमरजेंसी लागू हुआ था उस समय से ही हमलोग का रघुवंश बाबू से संबंध रहा है. जो रघुवंश बाबू 1990 से ही उनलोगों का साथ देते रहे, उनके साथ कैसा व्यवहार किया गया. वो केन्द्र में मंत्री थे, उन्होंने बहुत काम किया. जो कुछ भी उनसे संभव था, उन्होंने काम करने की कोशिश की है. आज जो लोग सत्ता हासिल करने के लिए समाज में टकराव उत्पन्न करने की कोशिश कर रहे हैं, उनलोगों ने उनके साथ कैसा व्यवहार किया. उनकी तबीयत खराब थी, लोगों ने उनके साथ कैसा व्यवहार किया. ऐसे लोग किसी को अपना नहीं मानते हैं. ऐसे लोगों की सिर्फ परिवार के बारे में सोच है.