पटना: चुनावी सरगर्मी के बीच सूबे के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद पर उन्हें मरवाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. कोरोना संक्रमण से पीड़ित सुशील मोदी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा है कि लालू प्रसाद इतने अंधविश्वासी हैं कि उन्होंने न केवल तांत्रिक के कहने पर सफेद कुर्ता पहनना छोड़ा, बल्कि तांत्रिक शंकर चरण त्रिपाठी को पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बना दिया. उसी तांत्रिक ने विंध्याचल धाम( मिर्जापुर) में लालू प्रसाद से तांत्रिक पूजा करायी थी. वे तीन साल पहले मुझे मारने के लिए भी तंत्रिक अनुष्ठान करा चुके हैं.


सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा, " लालू प्रसाद को जनता पर भरोसा नहीं, इसलिए वे तंत्र-मंत्र, पशुबलि और प्रेत साधना जैसे कर्मकांड कराते रहे. इसके बावजूद वे न जेल जाने से बचे, न सत्ता बचा पाये. वे अभी 14 साल जेल में ही काट सकते हैं. चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू प्रसाद बिहार विधानसभा चुनाव के पहले रांची के केली बंगले में जेल मैन्युअल की धज्जी उड़ाते हुए नवमी के दिन तीन बकरों की बलि देने वाले हैं. उन्हें आभास हो चुका है कि हाशिये पर पड़े कुछ दलों से गठबंधन और बड़बोले वादे पार्टी की नैया पार नहीं लगा सकते."






दरअसल, चुनावी सरगर्मी के बीच लालू यादव पूजा-पाठ को लेकर एक बार फिर चर्चे में हैं. लालू प्रसाद यादव जो फिलहाल चारा घोटाले में सजायाफ्ता हैं और इस वक्त रांची में रिम्स के निदेशक के बंगले में इलाजरत हैं, इनदिनों नवमी के अवसर पर विशेष पूजा और बलि की तैयारी करवा रहे हैं.


लालू प्रसाद यादव शुरू से ही भक्ति, तंत्र-मंत्र के प्रति झुकाव के लिए जाने जाते रहे हैं. अब खबर यह आ रही है कि दशहरे में लालू ने रांची के केली बंगले में विशेष बलि की तैयारी की है. अमूमन धार्मिक आस्था ये है कि नवरात्र की नवमी को देवी से मन की मुराद मांगने और पूरी होने पर बलि देकर माता की अराधना की जाती है. खबर यह है कि गुरुवार को बलि के लिए दो बकरे केली बंगले में मंगाए गए हैं. पूजा पाठ में विशेष आस्था रखने वाले लालू प्रसाद के निर्देश पर नवमी को बकरों की बलि दी जाएगी और बंगले में कार्यरत कर्मी और सुरक्षाकर्मियों के बीच प्रसाद का वितरण किया जाएगा. इसी बात को लेकर सूबे की सियासत गरमा गई है. सभी इस मुद्दे को लेकर आरजेडी और लालू यादव को घेर रहे हैं.