रोहतास: नोखा विधानसभा से टिकट कटने के बाद ऐसी चर्चाएं थी कि बीजेपी के कद्दावर नेता रामेश्वर चौरसिया बीजेपी से बगावत करने एलजेपी की टिकट से चुनावी दंगल में उतरेंगे और एनडीए समेत अन्य पार्टी के प्रत्याशियों को चुनौती देंगे. सूत्रों की मानें तो चिराग से रामेश्वर चौरसिया की अंतिम दौर की बात भी हो गई थी, वो पार्टी में शामिल भी हो गए थे. यहां तक कि एलजेपी ने उन्हें नोखा विधानसभा से पार्टी सिंबल भी दे दिया था.
जेपी नड्डा ने संभाली कमान
सूत्रों की मानें तो सब कुछ सेट था, लेकिन जैसे ही बीजेपी आलाकमान को इस बात की भनक लगी, वैसे ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तुरंत रामेश्वर चौरसिया से मोबाइल से संपर्क साधा और काफी अनुरोध और समझाने के बाद रामेश्वर चौरसिया ने नड्डा को एलजेपी सिंबल वापस लौटने का आश्वासन दिया. मिली जानकारी अनुसार रामेश्वर नड्डा से मुलाकात के लिए दिल्ली रवाना हो चुके हैं.
इस काम में जुटे हुए हैं चिराग
बता दें कि एनडीए से अलग होने के बाद एलजेपी सुप्रीमो चिराग पासवान उन सभी नेताओं को अपनी पार्टी में मिलाने में जुटे हैं जिनका जेडीयू और बीजेपी के गठबंधन होने की वजह से इस बार टिकट कट गया है. खासकर वैसे सीट जहां से जेडीयू ने अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं, वहां चिराग विशेष तौर पर मजबूत विकल्प तलाशने में लगे हुए हैं. रोहतास की बात की जाए तो दिनारा विधानसभा क्षेत्र से टिकट करने के बाद बीजेपी के कद्दावर नेता एलजेपी में शामिल हो गए और अब वो एलजेपी की टिकट पर दिनारा से चुनाव लड़ेंगे और एनडीए उम्मीदवार जय कुमार सिंह को कांटे की टक्कर देंगे.
(इनपुट- रंजन सिंह राजपूत)