पटना: विधानसभा चुनाव में एनडीए हो या महागठबंधन सीटों के तालमेल पर जोड़-तोड़ की राजनीति जारी है. जहां एनडीए मुख्यमंत्री का चेहरा नीतीश को बता रहा है, वहीं आरजेडी ने महागठबंधन के मुख्यमंत्री के रूप में तेजस्वी को सर्वमान्य मान लिया है और अपने सहयोगी कांग्रेस को सीटें भी ऑफर करने लगा है.


महागठबंधन में मुख्यमंत्री के चेहरे पर कांग्रेस की चुप्पी


महागठबंधन में आरजेडी ने भले ही मुख्यमंत्री के तौर पर तेजस्वी का नाम सर्वमान्य किया है. लेकिन इसके सहयोगी दलों को मुख्यमंत्री के नाम पर एतराज है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री शकील अहमद ने आरजेडी के 58 सीट के ऑफर पर कहा अभी तक कुछ भी तय नहीं हुआ है. सम्मानजनक सीट की संख्या से हमें ज्यादा की उम्मीद है. मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा ये तय गठबंधन के तमाम सहयोगी करेंगे. तेजस्वी यादव अगर कह रहे तो सभी की इच्छा खुद के प्रोजेक्शन की होगी. मगर अभी बातें पूरी हुई नहीं हैं, अभी तक किसी चेहरे पर कुछ तय नहीं हुआ है.


आरजेडी ने कही यह बात


वहीं, इस बात पर आरजेडी ने ऐतराज जताते हुए कहा कि बिहार में महागठबंधन का सबसे बड़ा घटक दल आरजेडी है और तेजस्वी यादव नेता प्रतिपक्ष हैं. जैसे केन्द्र में प्रधानमंत्री का चेहरा राहुल गांधी हैं, वैसे ही बिहार में मुख्यमंत्री का चेहरा तेजस्वी हैं. इस बात पर तो अब सिर्फ औपचारिकता बाकी है. कौन क्या कहता है इससे आरजेडी को कोई फर्क नहीं पड़ता.


आरजेडी को सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं


आरजेडी ने कहा, " राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि मुख्यमंत्री का चेहरा तेजस्वी ही हैं. बाकी लोगों के सर्टिफिकेट की जरुरत आरजेडी को नहीं है. बहरहाल, महागठबंधन में अब सीटों के साथ मुख्यमंत्री के नाम पर भी रार छिड़ने लगी है. अब देखना दिलचस्प होगा कि आखिर महागठबंधन का मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा?