पटना: बिहार विधान सभा चुनाव के दौरान एनडीए से अलग राह चुनने के बाद लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू पर हमलावर रहे और भाजपा के साथ प्रधानमंत्री का गुणगान करते एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने चुनाव के आखिरी चरण में ट्वीट कर राजनैतिक सरगर्मी को हवा दे दी. चिराग ने ट्वीट कर कहा जहां लोजपा नही वहां भाजपा को वोट करें. चिराग के इस ट्वीट ने तमाम सियासी अटकलों के लिए रास्ता खोल दिया हैं.
चिराग ने लिखी ये बातें
पिछले दो चरण में बिहार ने विकास और बदलाव के लिए अपना आशीर्वाद दिया है.#बिहार1stबिहारी1st के दुश्मनो को सबक़ सिखाना है. बिहार को और बर्बाद नहीं होने देना है. बिहार को आगे ले जाने के लिए अपना मतदान करें.लोजपा संग भाजपा प्रत्याशीयों की बढ़त है अब नहीं तो कभी नहीं की नीति पर चलना होगा. इस बार साहब ने आखिरी चरण में पिछले 5 साल का हिसाब दिया नहीं,अब साहब सन्यास ले रहें है. पाँच वर्ष के बाद साहब आप का आशीर्वाद माँगने भी नहीं आएँगे, इस बार जब आना था आशीर्वाद लेने तब तो कुछ किया नहीं अगली बार उनको कुछ करने की ज़रूरत नहीं है.जेडीयू के नेता बीजेपी के प्रत्याशियो के साथ तीसरे चरण के मतदान में भी भीतरघात कर रहे है आप सभी से अपील है की भाजपा के प्रत्याशीयों को अपना आशीर्वाद दें. जेडीयू को दिया गया एक भी वोट कल बिहार में कोई परिवर्तन नहीं करेगा जस की तस स्तिथि बनी रहेगी.साहब के 15 साल के शासन के बाद भी पलायन, बाढ़,शिक्षा,रोज़गार,स्वास्थ,समय पर डिग्री,सरकारी भर्ती,पर्यटन की समस्या जस कि तस बनी हुई है अपना आशीर्वाद बिहार में बदलाव के लिए दें. अपना आशीर्वाद #बिहार1stबिहारी1st के लिए दें. सभी बिहारी भाइयों बहनो से अपील है की अपने मतदान का प्रयोग करें और बिहार पर नाज़ करने के लिए अपना आशीर्वाद दें.
चिराग के बयान का बीजेपी ने दिया जवाब
लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान के इस बयान को भाजपा ने सिरे से नकार दिया भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय मयूख ने कहा कि लोजपा और भाजपा का दूर-दूर तक कहीं कोई रिश्ता नहीं है. भाजपा जदयू वीआईपी और हम मिलकर दो तिहाई बहुमत लाने के लिए काफी हैं ऐसे में हमें चिराग और उनकी पार्टी के सहारे की जरूरत नहीं है वह अपनी जमीन तलाश ले.
चिराग के बयान पर जेडीयू हुई हमलावर
लोजपा अध्यक्ष के इस बयान पर चिराग और उनकी पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए जेडीयू ने तंज कसा. जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि बार-बार भाजपा द्वारा तिरस्कृत किए जाने के बाद भी अगर उन्हें अपनी जमीन नहीं मिल रही है तो इस पर उनके लिए कुछ भी कहना व्यर्थ है जो जमीनी हकीकत से रूबरू नहीं हो सकता वो सिर्फ ट्विटर के जरिए हैं युद्ध करेंगे और अपनी लोकप्रियता बटोरने के लिए ऐसी उटपटांग बयानों से अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश कर रहे हैं चिराग.
बिहार में आज अंतिम चरण का मतदान भी समाप्त होने को है ऐसे में चिराग के इस हमले का जवाव अब मतगणना के साथ हीं स्पष्ट होगा कि कौन किसके लिए कितना सही रहा और कितना गलत.