पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के चुनाव के पहले मधुबनी के हरलाखी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित चुनावी सभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पत्थर और प्याज फेंके गए. मुख्यमंत्री पर हुए हमले के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है. आरोप-प्रत्यारोप के बीच एक बार फिर से जेडीयू ने मुखर होकर इस हमले का आरोप आरजेडी पर लगाया है हालांकि आरजेडी इस हमले पर पूरी तरह खुद को पाक साफ बता रही है.


जेडीयू ने भीड़ को उकसाने का लगाया आरोप


मुख्यमंत्री पर हुए हमले के बाद जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने आरोप लगाते हुए कहा कि अपनी हार से डर कर आरजेडी ने भीड़ से इस तरह के हमले करवाए हैं, इस पूरे हमले के बीच कहीं ना कहीं आरजेडी का ही हाथ है और और यह हमला आरजेडी के पराजय की एक झलक मात्र है इस तरह की गुंडागर्दी बिहार में नहीं चलेगी. इस गुंडागर्दी के लिए जनता उन्हें सबक सिखाएगी अपनी हार से बौखला कर इस तरह के जो हमले आरजेडी करवा रही है उससे पता चलता है कि किस तरह हार को भांप कर पहले से हीं बौखलाहट सामने आने लगी है.


जेडीयू के आरोप पर आरजेडी का पलटवार


जेडीयू द्वारा मुख्यमंत्री पर हुए हमले का दोष आरजेडी पर लगाने के बाद आरजेडी हमलावर हो गई है. आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा इस तरह के आरोप से यह साबित होता है कि ये उनकी पराजय की शुरुआत है और यह हार की बौखलाहट ही है जो इस तरह का अनर्गल आरोप हमारी पार्टी पर मढ़ा जा रहा है इसे जनता बर्दाश्त नहीं करेगी और इसका जवाब इन्हे 10 नवंबर को चुनाव परिणाम के साथ हीं मिलेगा तब इन्हे पता चलेगा कि जनता ने इन्हे कैसे नकारा है.
मुख्यमंत्री पर हुए हमले के बाद बिहार की राजनीति में गर्मा गई है आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल निकला है बहरहाल इस हमले के लिए जिम्मेदार चाहे जो भी हो लेकिन इतना तो साफ है कि बिहार की राजनीति में हर छोटी बड़ी बात पर बाद विवाद का एक सिलसिला चल निकलता है, अब कौन किसपर हार का डर जता रहा है ये तो चुनाव परिणाम हीं तय करेगा.