पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के बीच जेडीयू ने महागठबंधन के सीएम पद के दावेदार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ जेडीयू नेता सह नीतिश सरकार के मंत्री नीरज कुमार ने निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी यह ज्ञापन सौंपा.
चुनाव आयोग को सौंपे ज्ञापन में जेडीयू ने लगाए ये आरोप
जेडीयू द्वारा सौंपे गए इस ज्ञापन में तेजस्वी के खिलाफ जानकारी छुपाने के आरोप लगाया गया है. ज्ञापन सौंपने पहुंचे जदयू नेता व बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी ने चुनाव आयोग को जो हलफनामा दिया है उसमें जानकारी छुपाई गई है. साथ हीं मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि जो जानकारी छुपा सकता है वो सत्ता कैसे चलाएगा? निर्वाचन आयोग ने मामले की जांच का आश्वसन दिया है.
नीरज ने कहा कि तेजस्वी के नाम से उनके ननिहाल फुलवरिया और सरायकेला में जो जमीन है, वो गरीबों से नौकरी दिलाने के नाम पर लिया गया है पर इस जमीन का जिक्र तेजस्वी ने चुनाव आयोग के हलफनामे में नहीं किया है.इनके राज में नौकरी के नाम पर जमीन लिखवा लिया जाता था , अल्पसंख्यकों की जमीन भी लिखवा ली गई थी. फिर जब लालू के तीसरे बेटे तरुण के नाम की चर्चाएं तेज हुईं तो लालू परिवार ने हीं बताया था कि तेजस्वी ही तरुण है तो फिर तरुण के नाम की जमीन की जानकारी हलफनामे में क्यों नहीं दिया गया , जब तरुण यादव और तेजस्वी एक ही हैं तो फिर चुनावी हलफनामे में क्यों नहीं जिक्र किया है.
तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि जो व्यक्ति इन जमीनों को लौटाने का त्याग भी नहीं कर सकता है वो बिहार की जनता का क्या भला करेगा. लालू परिवार ने आज तक किसी को नही बख्शा है . साथ हीं यह भी कहा कि अगर मैं झूठ बोल रहा हूं तो मुझ पर मानहानि का दावा करें या फिर गरीबों की जमीन वापस करें.