गया: बिहार विधानसभा चुनाव के तीनों चरण का मतदान सम्पन्न हो गया है. तमाम एग्जिट पोल्स के जो रुझान आए हैं वो बिहार में बादलाव यानी महागठबंधन की सरकार बनने की ओर संकेत कर रहे हैं. हालांकि, सत्ता पक्ष के लोगों ने इस बात को नकार दिया है. उनका कहना है कि एग्जिट पोल केवल अनुमान है, असली परिणाम 10 नवंबर को आएगा.


इसी क्रम में रविवार को बिहार के गया में बिहार के पूर्व सीएम और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कहा कि 2010 या 2015 के चुनाव में भी जो एग्जिट पोल दिखाया गया था, उससे काफी विपरीत रिजल्ट आया था. इस बार भी एग्जिट पोल वास्तविकता से बहुत दूर है. उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल वाले फील्ड में जब घूमते हैं तो महागठबन्धन के लोग खूब हल्ला करते हैं और उसी आधार पर यह एग्जिट पोल आया है. असलियत में लोगों के नीतीश कुमार के नाम और विकास पर वोट किया है.


जीतन राम मांझी ने कहा, " सभी लोग जानते हैं कि जब सरकार नहीं आई है तो यह लोग हुल्लड़ कर रहे हैं और जब सरकार बन जाएगी तो फिर वहीं 2005 वाली स्थिति आ जायेगी." वहीं, अश्विनी चौबे के बयान पर मांझी ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत अपनी राय बताई है अब क्या है यह नहीं बता सकते हैं. चूंकि वे कोई ऑथोरिटी नहीं हैं. पीएम ने साफ कहा है कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं और अगला सीएम नीतीश कुमार ही रहेंगे. अगर कम सीट भी रहा तो भी सीएम नीतीश कुमार रहेंगे तो अश्विनी चौबे और गिरिराज सिंह कौन होते हैं.


उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की सभाओं में लोगों ने महिलाओं को नहीं देखा होगा क्योंकि वहां हुल्लड़बाजी होती है, इसलिए महिलाएं नहीं जाती थीं. वहीं, हमलोगों की सभाओं में महिलाएं की भीड़ होती थी, हमलोग कोई गायक या सिने स्टार नहीं हैं, इसके बाबजूद महिलाएं सभाओं में आती थीं.


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