सहरसा: बिहार के मंडल कारा सहरसा से पूर्व सांसद आनंद मोहन को बिहार सरकार के आदेश पर भागलपुर सेंट्रल जेल भेजा गया, जहां उनको तृतीय खंड में रखा गया है. इस बात को लेकर वो तीन दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं. इस संबंध में उनकी पत्नी लवली आनंद जो सहरसा विधानसभा से महागठबंधन की उमीदवार हैं, ने मीडिया से कहा कि बिहार सरकार उनके जान के पीछे पड़ गई है.


उन्होंने कहा कि 14 साल का समय चला गया और हम हमारे बच्चे हमारे समर्थक बाहर हैं, हम सभी न्याय का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन हमारे पति को जान से मारने की साजिश रची जा रही है. रात के अंधेरे में 2 बजे सरकार के आदेश से सहरसा जेल से दूसरे जेल भेजा गया ये किस आधार पर किया गया. मैं पूछना चाहती हूं कि आखिरकार चुपके से किस आधार पर आनंद मोहन जी को सहरसा जेल से भागलपुर जेल भेजा गया?


लवली आनंद ने कहा, " सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार जो एमपी एम एल ऐ का जो कोर्ट होता है, जिसका ट्राइल जहां चलता है, उसे वहीं रखा जाता है. उनका ट्रायल सहरसा में चलता है, ऐसे में उनको भागलपुर लेकर जाना हैवानियत है." उन्होंने कहा कि हमें पता चला है कि उनको जाने के साथ ही सेल में डाल दिया गया है, ऐसे में वो तीन दिन से अनशन पर हैं. सरकाफ उसके जान के पीछे पड़ गई है. ये सरकार ड्रामा कर रही है और मेरे पति को मारने की साजिश कर रही है.


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